How To Know If Your Kids In Under Stress: आज के समय में डिप्रेशन और स्ट्रेस बच्चों में काफी आम हो गया है। इसके कई कारण है जैसे बढ़ता हुआ पढ़ाई का प्रेशर, कंपटीशन, साथियों का प्रेशर (Peer Pressure) आदि। आज के समय में दोनों पेरेंट्स वर्किंग है जिसके कारण बच्चों के पास बात करने के लिए कोई सुरक्षित और सहज जगह नहीं है। जिस कारण उन्हें स्ट्रेस आ रहा है। आज हम बात करेंगे की मां-बाप कैसे पहचान सकते हैं कि उनका बच्चा स्ट्रेस में से गुजर रहा है-
बच्चे स्ट्रेस में हैं, कैसे पता लगाया जाए
1. उनके व्यव्हार में को चेक करते रहे
फाइनेंशियल और शारीरिक हेल्थ के साथ-साथ इमोशनल वेल बीइंग का ध्यान रखना भी पेरेंट्स की जिम्मेदारी बनती है। इसलिए मां-बाप बच्चों के व्यवहार पर हमेशा नजर रखें वह कैसा महसूस कर रहे हैं। जब भी उनके व्यवहार में आपको थोड़ा भी बदलाव लगे तो तुरंत उनके साथ बात करें। बच्चा आपको अपने मन की बात खुलकर बता सके इसके लिए दोस्ताना माहौल रखें
2. रेगुलर बातचीत
पेरेंट्स ऐसा बिल्कुल मत करें कि कई-कई दिन बीत जाए और वह बच्चों के साथ बात ही ना करें। उनके के साथ रेगुलर समय पर बात करें। दिन में एक समय बच्चों के साथ बिताने के लिए जरूर निकाले। इससे आप और बच्चे के बीच जो गैप और दूरियां है वह कम होंगी। दोनों के बीच एक अच्छा संबंध पैदा होगा और बच्चा आपके साथ बात करने में हिचकिचाएगा नहीं। इसके साथ उसे यह भी महसूस होगा कि उसके पास कोई बात करने वाला है।
3. सोशल मीडिया पर चेक रखें
आजकल की जनरेशन कुछ भी होता है उसका रिएक्शन सोशल मीडिया पर डाल देती है। इससे भी बच्चे के व्यवहार और मूड के बारे में जानकारी मिल सकती है। इसलिए बच्चे का सोशल मीडिया चेक करें। इसके साथ अपडेट रहे और आप उसके सोशल मीडिया हैंडल्स का भी पार्ट जरूर होने चाहिए। जब भी बच्चा कोई दुखी या फिर कोई स्ट्रेस वाली पोस्ट शेयर करता है उसके साथ तुरंत बात करें।
4. उसके रूम और चीजों को हमेशा नजर में रखें
बच्चों की लाइफ में क्या चल रहा है उसकी आधी जानकारी तो आपको उसके रूम में से मिल सकती है। बच्चों के रूम की साफ सफाई आप खुद करें उनकी चीजों को जरुर चेक करें क्योंकि कई बार क्या होता है कि जब बच्चे स्ट्रेस का शिकार हो जाते हैं वह स्लीप पिल्स, सिगरेट या ड्रग लेना शुरू कर देते हैं और आपसे छुपाते हैं। जब आप उनके कमरे पर नजर रखेंगे तो आपको उनके बारे जानकारी मिल सकती है। इसके साथ प्राइवेसी का भी ध्यान रखें।
5. स्क्रीन पर क्या देख रहा है
अपने मूड के हिसाब से बच्चा स्क्रीन पर वीडियो और सीरीज वगैरा देखता है। इसलिए इस पर भी आप नजर रखें। जब भी बच्चा कोई ऐसा कंटेंट देखता है जिससे वह अपने मूड को अपलिफ्ट कर रहा है या फिर उसको देखकर लग रहा है कि उसे किसी के साथ बात करने की जरूरत है और अकेला महसूस कर रहा है तो आप उसके साथ संपर्क बनाए और बातचीत करने की कोशिश जरूर कीजिए।
6. पढ़ाई में गिरावट
जब बच्चे की पढ़ाई में परफॉर्मेंस अच्छी नहीं आ रही हो इसका मतलब उसे कोई चीज परेशान कर रही है। उसे कोई स्ट्रेस भी हो सकता हैं। इसलिए बच्चों की पढ़ाई पर भी नियमित रूप से नजर रखें कि बच्चा पढ़ाई में कब ऊपर जा रहा है और कब उसकी पढ़ाई में कमी आ रही है। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे स्कूल में बुलिंग, पढ़ाई में कुछ समझ नहीं लग रहा है, सब्जेक्ट अच्छा नहीं लग रहा, टीचर्स की तरफ से कोई प्रेशर आदि। इन सब बातों को ध्यान रखना आपकी जिम्मेदारी है।