Parenthood: पेरन्ट्हुड एक खूबसूरत अनुभव है, लेकिन ये सोशल मीडिया पर दिखने वाले परफेक्ट तस्वीरों जैसा बिल्कुल नहीं होता। हमें ये याद रखना ज़रूरी है कि असलियत में उम्मीदों और हकीकत में फर्क होता है। माता-पिता के लिए ये अंतर को पाटना ही सफल अभिभावकत्व की कुंजी है।
आइए देखें 5 तरीके जिनकी मदद से आप उम्मीदों और हकीकत के बीच संतुलन बना सकते हैं
1. फोन रखिए और असल दुनिया में आइए
सोशल मीडिया अक्सर ये भ्रम पैदा करता है कि हर कोई परफेक्ट है। आप लगातार सेलिब्रिटी माँओं की तस्वीरें देखते हैं जो जन्म देने के कुछ ही घंटों बाद एकदम तैयार दिखती हैं। ये हकीकत नहीं है! इस तुलनात्मक दुनिया से बाहर निकलें। अपने बच्चे के साथ वक्त बिताएं, उन्हे स्पर्श करें, उनकी आवाज़ सुनें। असल खुशियाँ इन्हीं छोटी-छोटी बातों में हैं।
2. दूसरों से जुड़ें
जब आप खुद को मुश्किल में पाते हैं, तो अकेले रहने का मन करता है। लेकिन ऐसा मत करें! अपने आसपास के लोगों से बात करें। अपने माता-पिता, भाई-बहनों या दोस्तों से मदद लें। आप पाएंगे कि बहुत से लोग आपके जैसे ही अनुभवों से गुज़रे हैं और उनका मार्गदर्शन आपके लिए मददगार हो सकता है।
3. चीज़ों को आसान बनाएं
यह ज़रूरी नहीं है कि आप हमेशा हर काम को पूरा दाम दिखाकर करें। उदाहरण के लिए, क्या आपके बच्चे का पहला जन्मदिन है? आप एक थीम चुन सकते हैं, सजावट का सामान खरीद सकते हैं, लेकिन ज़रूरी नहीं है कि सब कुछ खुद ही बनाएं। अपने आप को और अपने आसपास के लोगों को थोड़ा आसान बनाएं।
4. सकारात्मक बने रहें
हर बच्चा अलग होता है और उनकी अपनी विकास की गति होती है। यह उम्मीद न करें कि आपका बच्चा बिल्कुल उसी तरह से सीखेगा या व्यवहार करेगा जैसा आपने किताबों में पढ़ा है या दूसरों के बच्चों को देखा है। हर बच्चे की अपनी खूबियां होती हैं। उनकी तारीफ करें, उनकी मेहनत को सराहें और उनकी कमियों को सुधारने में उनकी मदद करें।
5. खुद की देखभाल करें
माता-पिता होना ज़रूरी है लेकिन ये आपकी पूरी ज़िंदगी नहीं है। अपने लिए भी वक्त निकालें। चाहे वह कुछ देर किताब पढ़ना हो, दोस्तों के साथ मिलना हो या फिर अपने शौक को पूरा करना हो, ये छोटी-छोटी चीज़ें आपको तरोताज़ा रखेंगी और आप अपने बच्चों की बेहतर देखभाल कर पाएंगे।