Newborn: नवजात शिशु के आने से खुशियां तो भरपूर आती हैं, लेकिन साथ ही एक नई चुनौती भी सामने आती है - एक व्यवस्थित दिनचर्या बनाना। शिशु की आदतें लगातार बदलती रहती हैं, ऐसे में माता-पिता के लिए लचीलापन और धैर्य बनाए रखना बहुत ज़रूरी होता है।
नवजात शिशु के साथ लचीला दैनिक दिनचर्या बनाने के लिए 5 सुझाव
1. आवश्यकताओं को प्राथमिकता दें
शुरुआत शिशु की बुनियादी ज़रूरतों - खाने, सोने और खेलने - के इर्द-गिर्द एक मूलभूत दिनचर्या स्थापित करने से करें। जहाँ तक हो सके, कोशिश करें कि इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एक सीध बनाए रखें। इससे आपके शिशु को सुरक्षा और भरोसे का भाव मिलेगा।
2. शिशु के संकेतों को समझें
अपने शिशु के भूख लगने, नींद आने और थकने जैसे संकेतों को ध्यान से देखें। इन संकेतों का जल्दी जवाब दें और अपनी दिनचर्या में उसी के अनुसार बदलाव करें। याद रखें, शिशु की ज़रूरतें हर दिन बदल सकती हैं, इसलिए लचीलापन बनाए रखना बहुत ज़रूरी है।
3. लचीला शेड्यूल बनाएं
हालांकि, एक रूटीन होना ज़रूरी है, लेकिन उतना ही ज़रूरी है उसमें लचीलापन रखना। बहुत सख्त शेड्यूल न बनाएं, वरना ये आप दोनों के लिए तनाव का कारण बन सकता है। इसके बजाय, एक ऐसा ढांचा तैयार करें जिसे आप शिशु की ज़रूरतों और मनोदशा के हिसाब से थोड़ा बहुत बदल सकें। उदाहरण के लिए, सोने का समय हमेशा एक जैसा रखें लेकिन अगर कभी शिशु थोड़ी देर से सोता है तो कोई बात नहीं।
4. नींद का नियमित पैटर्न बनाएं
अपने शिशु को सोने के लिए एक नियमित पैटर्न स्थापित करने में मदद करें। इसके लिए आप रात को सोने से पहले एक जैसी रूटीन बना सकते हैं, जिसमें गर्म स्नान, हल्का मसाज, दूध पिलाना और कहानी सुनाना शामिल हो। हर रात कुछ इसी तरह की रूटीन अपनाने से आपके शिशु को ये संकेत मिलता है कि अब सोने का वक़्त हो गया है।
5. खेल और खोज को शामिल करें
अपने शिशु के विकास और जिज्ञासा को बढ़ाने के लिए पूरे दिन खेलने और खोज करने का समय निकालें। उम्र के अनुसार खिलौने दें, खेलों में शामिल हों और उन्हें अपनी इंद्रियों का इस्तेमाल करने के अवसर दें। अपनी दिनचर्या में खेल को शामिल करने से आपके शिशु को सीखने और बढ़ने में मदद मिलेगी साथ ही आप दोनों का रिश्ता भी मजबूत होगा।