Parenting Tips In Digital Era : आजकल का जमाना बहुत ही मॉडर्न हो गया है। टेक्नोलॉजी दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है और हर चीज डिजिटल हो रही है। ऐसे में बच्चे ज्यादातर टाइम टेक्नोलॉजी के साथ बिताते हैं। इस डिजिटल एरा में पेरेंटिंग करना भी काफी हद तक अलग हो जाता है। कई बार चीजे समझ में भी नहीं आती। ऐसे में आप इन टिप्स को फॉलो करके डिजिटल एरा में एक अच्छी पेंटिंग कर सकते हैं
इन टिप्स से जानिए डिजिटल एरा में पेरेंटिंग के तरीके
1. कम्युनिकेशन लाइंस ओपन रखें
इस डिजिटल एरा में अपने बच्चों से कम्युनिकेट करते रहना बहुत जरूरी है। बच्चे बहुत जल्द ही बाहर के वर्ल्ड से कनेक्ट हो जाते हैं। ऐसे में वह कई बार खुद को मिसअंडरस्टूड और अकेला पाते हैं। ऐसे समय में पैरेंट उनका साथ दें और हमेशा उनसे कम्युनिकेट करते रहें। उनके पर्सपेक्टिव से चीजों को समझने की कोशिश करें। और अपने बच्चों को यह भरोसा दिलाए कि आप हमेशा उनके साथ हैं।
2. जानिए बच्चे क्या करते हैं
इस डिजिटल एरा में हमेशा यह ध्यान रखने की जरूरत है कि बच्चे किस प्रकार के मीडिया से और कंटेंट से एक्सपोज हो रहे हैं। उनके ऑनलाइन एक्टिविटी का ध्यान रखना भी जरूरी है। ऐसे टाइम पर आप पैरेंटल कंट्रोल्स टेक्नोलॉजी में डाल सकते हैं। परंतु अपने बच्चों पर भरोसा करना भी उतना ही जरूरी है। जरूरत से ज्यादा सवाल करना या प्राइवेट स्पेस में घुसना भी सही नहीं है। अपने बच्चों को स्पेस दें।
3. फेस टू फेस इंटरेक्शन करें
आजकल के जमाने में लोग सामने ज्यादा बात नहीं करते। ज्यादातर समय या तो टेक्सटिंग से बातें करते हैं या फोन से। ऐसे में यह ध्यान रखें कि अपने बच्चों से फेस टू फेस इंटरेक्शन को इनकरेज करें। ताकि वह लोगों से अच्छे तरीके से सोशलाइज और कम्युनिकेट कर सके। खुद भी जितना हो सके लोगों से फेस टू फेस इंटरेक्शन करने की ही कोशिश करें। और अपने बच्चों के स्क्रीन टाइम को कम करें।
4. स्क्रीन टाइम लिमिट सेट करें
आजकल ऑनलाइन इतनी सारी चीजे एक साथ उपलब्ध हैं कि बहुत सारा समय स्क्रीन पर चला जाता है। ऐसे में अपने बच्चों के फिजिकल और मेंटल हेल्थ के लिए भी उनके स्क्रीन टाइम को लिमिट करें। यह ध्यान रखें कि आप पैरेंट हैं और आपको हर चीज का चार्ज लेना होगा। आप अपने बच्चों को जरूरी काम पहले करके उसके बाद स्क्रीन देखने के लिए तैयार कर सकते हैं। जैसे उन्हें बोले कि पहले अपना होमवर्क कंप्लीट करें उसके बाद आधे घंटे के लिए वह वीडियो गेम इत्यादि खेल सकते हैं। इससे उन्हें ऐसा नहीं लगेगा कि वह कंट्रोल हो रहे हैं।
5. टेक्नोलॉजी को सराहें
एक पैरेंट होने पर कभी भी आपको टेक्नोलॉजी के बारे में हमेशा निंदा नहीं करनी चाहिए। यह जानिए कि टेक्नोलॉजी एक बहुत ही पॉवरफुल टूल है जो कि पेरेंटिंग में भी आपकी बहुत मदद कर सकता है। ऐसे बहुत सारे टूल्स और एप्स हैं जो कि आपको आपके बच्चे से कनेक्टेड रहने में भी मदद करते हैं और आपको मन की शांति देते हैं। अपने बच्चों के साथ भी कभी-कभी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें। इससे वह आपसे कनेक्टेड महसूस करेंगे। साथ ही सोशल मीडिया पर भी आने से आप अपने बच्चों के अकाउंट्स पर ध्यान रख सकते हैं।