Parents Should Keep Some Things In Mind While Sending Girls Out (Safety): छोटी-छोटी बच्चियों के साथ बढ़ते हुए अपराध को दृष्टि में रखते हुए अपनी बच्ची को हर प्रकार की शिक्षा देनी चाहिए माता-पिता बच्चियों को व्यवहारिक ज्ञान एवं सामाजिक ज्ञान की शिक्षा देनी चाहिए। बच्चियों को बाहर भेजते वक्त माता-पिता रखे कुछ बातों का ध्यान-
बच्चियों को बाहर भेजते वक्त माता-पिता रखें कुछ बातों का ध्यान
हर स्पर्श के पीछे की मानसिकता
माता-पिता को अपनी बच्चियों को सिखाना चाहिए गुड टच और बैड टच के बारे में हर स्पर्श अलग मानसिकता को बताता है, अपनी छोटी बच्चियों को हर स्पर्श के बारे में शिक्षा देनी चाहिए। छोटी बच्चियों नहीं समझ पाती व्यक्ति के अंदर की मानसिकता इसलिए माता-पिता को उन्हें पहले से ही तैयार करना चाहिए कि गुड टच और बैड टच क्या होता है जब वह नहीं है पता होगा तो वह बैड टच को मना करने व बैड टच करने वाले व्यक्ति के बारे में सजग हो जाएंगे।
उठने बैठने का तरीका
बच्चियों को उठने बैठने के तरीके को भी समझाना चाहिए जैसे मां-बाप अपने बच्चों को बचपन से ही बोलना चलना सीखते हैं वैसे ही जब बच्चियां बाल्यावस्था से किशोरावस्था की तरफ बढ़े तब उन्हें यह शिक्षा देनी चाहिए कि उठना बैठना कैसे चाहिए समाज में हर प्रकार का व्यक्ति हमें मिलता है हर प्रकार के व्यक्ति से अलग व्यवहार सुनिश्चित करना चाहिए हमारे उठने बैठने के तरीके को कोई भी गलत ना समझे इसलिए जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों को पहले ही इन सब की शिक्षा प्रदान करें।
व्यवहार की शिक्षा
माता-पिता को अपनी बच्चियों को बाल्यावस्था से ही व्यवहार की शिक्षा देना शुरू कर देना चाहिए बड़ों का सम्मान करना इज्जत करना एक बार में बात सुनना वा मानना,अनुमति की अनिवार्यता, अगर बच्चों में इन सब की शिक्षा होगी तो वह अपने माता-पिता का महत्व समझेंगे, अगर अपने बच्चों को इन सब गुणों से शिक्षित करते हैं तो उनके बच्चे सीखेंगे अनुमति की अनिवार्यता कितनी महत्व रखती है बच्चे बिना पूछे किसी के साथ नहीं जाएंगे अगर वह अनुमति की अनिवार्यता जानेंगे, देखा गया है कि छोटी बच्चियों के किडनैपिंग के केसेस कितने बढ़ते जा रहे हैं इन सब आदि की सूचना भी अपने बच्चों को देना चाहिए जिससे वह किसी अपराध के शिकार ना हो पाए।
नीति नियम आदि की जानकारी
माता-पिता को अपनी बच्चियों को बाल्यावस्था से ही नीति नियम सिखाना चाहिए ,जीवन तो सभी जीते ही हैं मगर सफलता की कुंजी उसी के पास है जो नीति नियम जानता है, बच्चियों को नीति नियम के बारे में समझाएंगे तो वे जानेंगे कि भला क्या है और बुरा क्या है इससे वह नीति नियम का महत्व समझते हुए नीति नियम का पालन तो करेंगे ही बल्कि यह भी जान पाएगी कि कौन अच्छा है और कौन बुरा है।
सकारात्मकता के गुण सहयोग की भावना ईमानदारी कठिन परिश्रम आदि से ही आज बाल्यावस्था में रहने वाला बच्चा कल सफल व्यक्तित्व का धनी होता है।