Precautions Every Teenager Parents Should Know: जब बच्चे टीनएज में जाते हैं तो अक्सर उनके माइंडसेट में बदलाव आता है बहुत सारे हार्मोनल चेंजेस से गुजरने के कारण भी उनके मूड में परिवर्तन देखा जाता है। कई बार टीनएज बच्चे काफी ज्यादा गुस्सैल और चिड़चिड़े भी हो जाते हैं। ऐसे में उनको समझना बहुत जरूरी होता है। साथ ही उनके साथ व्यवहार भी बदलने पड़ते हैं। बच्चों के पेरेंट्स ना बनकर उनके दोस्त बनना ज्यादा फायदेमंद होता है। आइये जानते हैं कि टीनएजर में पहुंचने के बाद अपने बच्चों की देखभाल के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
टीनएजर बच्चों के पैरेंट्स को बरतनी चाहिए ये सावधानियां
1. डांटना हो सकता है गलत
बच्चों के माइंडसेट बदलने के कारण यदि पेरेंट्स उन्हें डांटते हैं तो उनके मन में यह ख्याल आने लगते हैं कि उनके माता-पिता उनसे प्रेम नहीं करते। कई बार उनको सेल्फ डाउट भी होने लग जाता है। जिसके कारण वह अकेलेपन से गुजरने लग जाते हैं प्यार से उन्हें समझाने से वह भी आपकी बातों को मैच्योरिटी से समझने की कोशिश करते हैं।
2. बच्चों के बिहेवियर हो न करें अनदेखा
बच्चों के अत्यधिक गुस्से, चिड़चिड़ापन, अकेलेपन या फिर खामोशी को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। कई बार वह किसी न किसी परेशानी से गुजरते रहते हैं। जिसको वह अपने माता-पिता के साथ शेयर नहीं कर पाते। उनके दोस्त बनकर यह बात उनसे जानना बहुत आवश्यक होता है।
3. जानकारियों से न करें वंचित
टीनएजर में जाने पर अपने बच्चों को हर प्रकार की जानकारी देनी चाहिए। उन्हें किसी भी जानकारी से वंचित रखना हानिकारक हो सकता है क्योंकि टीनएजर में जाने के बाद बच्चे कई सारी चीजों को सामना करते हैं और नई चीजों को समझते हैं। ऐसे में सही जानकारी होना बहुत आवश्यक है उनसे खुलकर बात करना जरूरी है।
4. फ्रेंड सर्कल को न करें इग्नोर
बच्चों के फ्रेंड सर्कल को जाना बहुत जरूरी है कई बार गलत संगत के होने पर भी बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन होता है या फिर कई बार फ्रेंड सर्कल में उनका मजाक बनाने पर भी उनमें सेल्फ डाउट क्रिएट हो जाता है।
5. सम्मान है ज़रूरी
टीनएज में जाने के बाद बच्चे अपने माता-पिता से कई बार ढंग से बात नहीं करते। यह जरूरी है कि उन्हें प्यार से यह बात समझाई जाएं कि यदि सम्मान चाहिए तो सम्मान देना भी जरूरी है। यह बात माता-पिता को भी समझनी आवश्यक है। सम्मान दोनों तरफ से होना चाहिए।