New Parents: नवजात शिशु के आने से खुशियां तो भरपूर आती हैं, लेकिन साथ ही जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती हैं। हर समय बच्चे की देखभाल करनी होती है, जिससे अपना समय निकालना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में यह जरूरी है कि आप अपना समय मैनेज करना सीख लें। इससे न सिर्फ आप अपने ज़रूरी काम पूरे कर पाएंगे, बल्कि खुद को भी थोड़ा समय दे सकेंगे।
आइए जानते हैं कुछ आसान टिप्स जो नए माता-पिता की समय प्रबंधन में मदद कर सकते हैं
1. प्राथमिकताएं तय करें और कार्यों को छोटे भागों में बांटे
सबसे पहले यह गौर करें कि आपके लिए क्या सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण है। क्या बच्चे को दूध पिलाना है, उसे नहलाना है या फिर घर की सफाई करनी है? सबसे ज़रूरी कामों को सबसे पहले करें और बाकी को बाद में टाल सकते हैं, तो टाल दें। साथ ही, बड़े कामों को छोटे-छोटे टास्क में बांट लें। उदाहरण के लिए, अगर आपको खाना बनाना है, तो पहले सब्ज़ियां काट लें, फिर चावल धो लें, इस तरह से एक-एक करके काम पूरा करें। इससे काम जल्दी और आसानी से हो जाएगा।
2. पार्टनर और परिवारजनों से मदद लें
यह न सोचें कि बच्चे की देखभाल सिर्फ आपकी ही ज़िम्मेदारी है। अपने पार्टनर, माता-पिता या भाई-बहनों से मदद लें। रात में बच्चे को जगाने की बारी लगाएं। नहाने और कपड़े बदलने का काम भी आपस में बांट सकते हैं। घर के कामों में भी पार्टनर का सहयोग लें। साथ मिलकर काम करने से बोझ कम लगता है और समय भी बचता है।
3. शिशु के लिए दिनचर्या बनाएं
नवजात शिशुओं को दिनचर्या पसंद आती है। आप उन्हें दूध पिलाने, सोने और खेलने का एक समय निर्धारित कर सकते हैं। इससे न सिर्फ बच्चा सहज रहेगा, बल्कि आपको भी अपना समय मैनेज करने में आसानी होगी। आप जान पाएंगे कि किस समय कौनसा काम करना है। धीरे-धीरे आप अपने हिसाब से भी इस रूटीन में बदलाव कर सकते हैं।
4. पहले से तैयारी रखें
हर दिन की शुरुआत में एक छोटी सी To-Do लिस्ट बना लें। इस लिस्ट में वे सभी काम शामिल करें जो आपको उस दिन करने हैं, जैसे कि किराने का सामान लाना, कपड़े धोना या डॉक्टर के पास जाना। साथ ही, आप अगले दिन के लिए भी कुछ चीज़ें पहले से तैयार कर सकते हैं, जैसे कि बच्चे के कपड़े या दूध की बोतलें। इससे आपकी सुबह थोड़ी आसान हो जाएगी।
5. आराम और मदद मांगने में संकोच न करें
नए माता-पिता के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत ज़रूरी है। जब भी बच्चा सो रहा हो, आप भी थोड़ा आराम करने की कोशिश करें. अपने पार्टनर या परिवारजनों से मदद मांगने में संकोच न करें। आप चाहें तो किसी सहायक को भी रख सकते हैं। दूसरों की मदद से आप खुद को थोड़ा समय दे पाएंगे और तरोताज़ा महसूस करेंगे। याद रखें, एक खुश और स्वस्थ माता-पिता ही अपने बच्चे की अच्छी देखभाल कर सकता है।