Advertisment

Periods Talk: मां अपनी बेटी को पीरियड्स के बारें में क्या बताए

पेरेंटिंग : मां की ज़िम्मेदारी होती है कि अपने बच्चे को मासिक धर्म के बारे में बताना, क्यों, कैसे और कब आपकी बच्ची जितनी अधिक जागरूक होगी, वह उतनी ही अच्छी तरह से तैयार होगी। जानें अधिक इस ब्लॉग में

author-image
Sonali
New Update
Periods Talk

Periods Talks

Periods Talk: हर लड़की को अपना पहला पीरियड याद रहता है। जबकि पीरियड्स सामान्य होते हैं, पीरियड्स जैसी किसी व्यक्तिगत चीज़ के बारे में बातचीत करना बच्चों के साथ-साथ माता के लिए भी असहज हो सकता है। हालांकि, माँ की ज़िम्मेदारी होती है कि अपने बच्चे को मासिक धर्म के बारे में बताना क्यों, कैसे और कब? आपकी बच्ची जितनी अधिक जागरूक होगी, वह उतनी ही अच्छी तरह से तैयार होगी। माहवारी, हालांकि एक बड़ा परिवर्तन है, यदि आप सही शब्दों का प्रयोग करती हैं तो यह आपकी बच्ची के लिए उतना कठिन नहीं होने चाहिए। हर माँ को अपनी बेटी को इसके बारे में पहले से बताना चाहिए, बावजूद इसके हम आज भी सार्वजनिक तौर पर इसके बारे में बात करने से परहेज करते हैं। आइए जानते हैं कि पीरियड्स के बारे में हर माँ को अपनी बेटी से क्या बात करनी चाहिए। 

Advertisment

जानें मां को अपनी बेटी से पहली पीरियड्स के बारें में क्या बताने चाहिए 

माँ अपनी बेटी को पीरियड्स के बारें में क्या बताए :-

1. सैनिटरी नैपकिन की जानकारी

Advertisment

आप सही सैनिटरी नैपकिन के चुनाव के बारे में अपनी बेटी को बताएं। मार्केट में कई साइजों और वैराइटी में सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध हैं। लेकिन आपको अपनी बेटी को कॉटन लेयर वाले स्लिम सैनिटरी नैपकिन इस्तेमाल करने की सलाह देनी चाहिए। साथ ही उसे यह भी बतायें कि पीरियड्स के दौरान हर 6 घंटे में नैपकिन बदलते रहना चाहिए, चाहे रक्तस्राव कम हो रहा हो या अधिक। 

2. विकास प्रक्रिया को समझाएं

जब आपकी बच्ची 10 वर्ष से अधिक की हो जाए तो उसे शारीरिक विकास के बारे में बताएं। बच्चों के बाद इस बात को जानने के बाद कि बड़े होने पर शरीर में किस प्रकार के परिवर्तन होते हैं वह मानसिक रूप से तैयार रहते है। पीरियड्स के बारे में पहले से जानकारी होने पर पीरियड्स आने पर तनाव नहीं रहता है।

Advertisment

3. पीरियड के लक्षण के बारे में बताएं

आप समझा सकती हैं, कि इस समय के दौरान उसके स्तनों में दर्द हो सकता है। पेट में बेचैनी या हल्का दर्द। मूड स्विंग के बारे में थोड़ा समझाएं। हर महीने कितना खून बहता है। उसे पैड, टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल कप के इस्तेमाल के बारे में बताएं। आप पीरियड्स में ऐंठन या दर्द से राहत पाने के घरेलू उपाय भी बता सकती हैं।

4. उसे दिखाएं कि सैनिटरी पैड कैसे उपयोग करते हैं

Advertisment

मां को अपनी बेटी को पीरियड्स से संबंधित सभी चीजों जैसे पैड, टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल कप के बारे में जानकारी देेनी चाहिए, साथ ही बताएं कि उन्हें कितनी बार बदलना है, ताकि वह जान सके कि कौन से सैनिटरी पैड का इस्तेमाल कर रही है।

पीरियड्स Periods Talk
Advertisment