Side Effects Of Energy Drink : बहुत सारे घरों के फ्रिज में अक्सर कोल्ड ड्रिंक्स या फिर एनर्जी ड्रिंक जरूर दिखाई देता हैं। घर, दफ्तर से लेकर लोग पार्टी फंक्शन में भी कोल्ड ड्रिंक को पीना पसंद करते हैं। युवाओं में तो इसका खासा क्रेज देखने को मिलता है। हालांकि इन कोल्ड ड्रिंक्स या एनर्जी ड्रिंक का शरीर पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है। जैसे की वजन बढ़ना, लिवर को नुकसान पहुंचना। इसके अलावा कोल्ड ड्रिंक्स आपके मेटाबॉलिज्म को भी डिस्टर्ब करता है और इंसुलिन की समस्या को भी बढ़ा सकता है। तो आइए जानते हैं कोल्ड ड्रिंक का सेवन से क्या नुकसान (Health Problems) हो सकता है।
जानिए एनर्जी ड्रिंक पीने से सेहत को होते हैं कई नुकसान
1. हाइपरटेंशन की समस्या
एनर्जी ड्रिंक ज्यादा पीने से हाइपरटेंशन की समस्या होती है। एनर्जी ड्रिंक में ज्यादा मात्रा में कैफीन पाया जाता है। कैफीन का ज्यादा सेवन करने से हो सकता है हृदय की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर, दिल धड़कने और घबराहट की समस्या।
2. डिहाइड्रेशन
कुछ लोग प्यास लगने पर पानी की बजाय एनर्जी ड्रिंक पीना पसंद करते हैं। पानी की जगह एनर्जी ड्रिंक पीने से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, क्योंकि एनर्जी ड्रिंक बनाने में पानी नहीं बल्की कैफीन, चीनी और कई सारे फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता है।
3.डायबिटीज की समस्या
दुकान में कई तरह के एनर्जी ड्रिंक मिलते है जो शुगर फ्री होने का दावा करते हैं पर ज्यादातर एनर्जी ड्रिंक को बनाने के लिए बड़ी मात्रा में चीनी का इस्तेमाल किया जाता है। अधिक मात्रा में चीनी का सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है, जिसकी वजह से डायबिटीज जैसी बीमारी हो सकती है।
4. दांतों को कर सकता है खराब
एनर्जी ड्रिंक को बनाने के लिए चीनी और कई तरह के फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता है। फ्लेवर और चीनी का इस्तेमाल होने की वजह से यह दांतों के लिए हानिकारक हो सकता है। एनर्जी ड्रिंक में मौजूद चीनी आपके दांतों के इनेमल को खराब कर सकती है। जिसकी वजह से हाइपर-सेंसिटिविटी, कैविटी आदि की समस्याएं होती हैं।
5. बेचैनी का कारण
एनर्जी ड्रिंक का सेवन करने से हार्मोन में कई तरह के बदलाव होते हैं जो कई बार बेचैनी का कारण बनती हैं। अधिक मात्रा में एनर्जी ड्रिंक का सेवन करने से नींद नही आने की समस्या सकती हैं।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।