Healthy Heart: आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम अपने सेहत का खयाल रखना भूल जाते हैं। सभी अपनी लाइफ और पैसे कमाने के रेस में आगे निकलना चाहते हैं जिससे की सभी को स्ट्रेस होता और स्ट्रेस लेना दिल के लिए बिल्कुल भी अच्छी बात नहीं हैं। कोरोना काल के बाद अधिकतर यही खबर सुनने में आ रहीं है की लोगो की मौत कैसे हार्ट अटैक के कारण हो रही हैं। हमें अपने काम के साथ साथ हमारे स्वास्थ का भी ध्यान रखना चाहिए तो आइए जानते हैं वो 5 उपाय जिसे आप अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं।
दिल को कैसे रखे स्वस्थ
1. वजन कंट्रोल करे
मोटापा दिल से जुड़े रोग को आमंत्रित करता हैं तो अपने हृदय को स्वस्थ रखने के लिए यह बहुत जरूरी हैं की हम अपना वजन कंट्रोल में रखे। वजन कंट्रोल में रहेगा तो हम भी स्वस्थ रहेंगे और साथ ही साथ हमारा हृदय भी स्वस्थ रहेगा। हृदय रोग जैसी बीमारियों से मुक्त रहेंगे और एक हेल्थी जीवन एक तंदुरुस्त दिल के साथ जी सकेंगे।
2. तेल घी और ज़्यादा मसाले से बने खाने का कम सेवन करें
हमेशा तेल ,घी और ज़्यादा मसालों से बने खाने का सेवन करने से आप दिल की बीमारी के चपेट में आ सकते हैं। हमेशा दिल को स्वस्थ रखने के लिए कम तेल और मसालों से बना खाना ही खाए और पौष्टिक आहार खाए जैसे हरी साग सब्जी और फल।
3. ध्रूमपान त्याग दे
ध्रूमपान आपकी सेहत और आपके जीवन दोनो के लिए ही काफी खतरनाक साबित हो सकता हैं यह न ही आपके हृदय के स्वास्थ्य के लिए अच्छा हैं यह कोरोनरी हृदय रोग का सबसे बड़ा कारण हैं तो अगर आप ध्रूमपान करते हैं तो यह करना छोड़ दीजिए। ध्रूमपान से आपको अस्थमा का भी खतरा हैं।
4. नशीली पदार्थ से दूर रहें
अगर आप किसी भी तरह की नशीली पदार्थ का सेवन करते हैं जैसे की शराब पीना ड्रग्स लेना तो जल्द से जल्द यह सब करना छोड़ दे क्योंकि यह आपके दिल को कमजोर बना देती हैं और सिर्फ यही नहीं आपको हार्ट अटैक आने के भी चांसेज बढ़ा देती हैं।
5. फाइबर से भरपूर भरा खाना खाएं
अधिक मात्रा में अपने डाइट में फाइबर से भरा भोजन रखें। फाइबर भरा खाना आपको दिल की होने वाली बीमारियों से बचाएगा । ब्रेड, बादाम , ब्रोकली , सोयाबीन यह सब अधिक मात्रा में खाए। एक दिन में 30 ग्राम फाइबर तो जरूर अपने डाइट में मोजूद करे और खाएं।
इन 5 उपाय को फॉलो करने से आपका हृदय रहेगा हमेशा मजबूत।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।
सूचना : इस आलेख को केवल संपादित किया गया है। मौलिक लेखन मुस्कान का है।