Disadvantage Of Drinking To Much Tea: सुबह की शुरुआत हो या दोस्तों के साथ गपशप, चाय हमेशा हर मौके पर साथ देती है। चाय दुनिया भर में सबसे अधिक पसंद किए जाने वाला पदार्थ है। भारत में चाय का एक विशेष स्थान है, जहां इसे सभी लोग अपने डेली रुटीन का हिस्सा मानते हैं। चाय पीने से हमें तरोताजा मेहसूस होता है। कई लोग अपनी रुटीन में इतनी चाय पीने लगते हैं कि यह आदत उनकी सेहत पर असर डालने लगती है। चाय में कैफीन, टैनिन और अन्य सक्रिय यौगिक होते हैं, जो अगर बड़ी मात्रा में लिए जाएं तो ये शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। तो आइये जानते हैं ज्यादा चाय पीना क्यों हो सकता है हमारे लिए हानिकारक।
चाय के हानिकारक होने के 5 कारण
1. कैफीन का असर
चाय में कैफीन होता है, जो अगर अधिक मात्रा में लिया जाए तो नींद में समस्या उत्पन्न कर सकता है। अत्यधिक मात्रा में कैफीन लेने से दिल की धड़कन तेज हो सकती है, जो कि कुछ लोगों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। चाय के उच्च सेवन से इंसोम्निया की समस्या हो सकती है।
2. आयरन का अवशोषण कम होना
चाय में टैनिन की मात्रा होती हैं, जो शरीर में आयरन के अवशोषण को बाधित कर सकते हैं। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है जिनके शरीर में आयरन की कमी होती है। जिस व्यक्ति में आयरन की कमी होती है उन्हे कम से कम चाय का सेवन करना चाहिए और अगर वे ज्यादा सेवन करते है तो वे एनीमिया के शिकार हो सकते है।
3. दांतों पर प्रभाव
अत्यधिक चाय पीने से दांतों पर पीले या भूरे धब्बे पड़ सकते हैं। दांतों का चाय में एसिड मौजूद होता है, जो दांतों के इनेमल को कमजोर कर सकता है, जिससे दांतों का क्षरण हो सकता है। इनेमल दांतों की सुरक्षा का पहला स्तर होता है और इसके क्षरण से दांत संवेदनशील हो सकते हैं और कैविटीज़ होने की संभावना बढ़ सकती है।
4. पाचन तंत्र
ज्यादा चाय पीने से पेट में एसिड की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे एसिडिटी की समस्या हो सकती है। कुछ लोगों को ज्यादा चाय पीने से कब्ज की समस्या भी हो सकती है, क्योंकि चाय में टैनिन की मात्रा अधिक होती है। ज्यादा चाय पीने से पानी की मात्रा को कम हो सकती है, जिससे पाचन तंत्र सूख सकता है और कब्ज की संभावना बढ़ सकती है।
5. स्वास्थ
कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि अत्यधिक चाय पीने से हड्डियों की कमजोरी हो सकती है, खासकर अगर चाय में कैल्शियम की कमी हो। कैफीन की उच्च मात्रा लेने से कुछ लोगों में घबराहट, तनाव और चिड़चिड़ापन हो सकता है। कैफीन का अत्यधिक सेवन हार्मोनल इंबैलेंस का कारण बन सकता है। यह विशेष रूप से महिलाओं में पीरियड्स साइकिल को प्रभावित करता है। यह स्वास्थ के लिए हानिकारक है।