Drinking Water From Earthen Pot Daily Then Keep These 5 Things In Mind : गर्मियों में लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की जरूरत महसूस होती है। कुछ लोग फ्रिज का पानी पीते हैं और कुछ लोग मिट्टी के घड़े और सुराही का पानी पीना पसंद करते हैं। माना यह जाता है की गर्मियों में मिट्टी के बर्तनों में रखा पानी पीना चाहिए क्योंकि यह बाहरी गर्मी से लड़ सकता है और पानी को ठंढा बनाये रखता है। इसके साथ ही मटके का पानी पीने के बहुत से फायदे भी हैं। मटके का पानी हेल्थ ठीक रखने में बहुत सहायक होता है। यह पानी बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट की कमी को पूरा करता है साथ ही पेट सम्बन्धी तमाम समस्याओं को दूर करता है। वहीं दूसरी तरफ अगर साफ़-सफाई न की जाये तो आप बीमार भी पड़ सकते हैं। रोजाना मटके का पानी पीने वाले लोगों को कुछ बातों का ध्यान हमेशा रखना चाहिए।
मटके का पानी पीते ही किन बातों का ध्यान
1.साफ़-सफाई
यदि आप मटके से पानी पीते हैं तो साफ़ सफाई का ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। जब भी घड़े में पानी भरे घड़े को धोकर साफ़ कर लें। अक्सर हम नीचे से घड़े से पानी निकाल कर पीते हैं और ऊपर से भर देते हैं जिससे घड़े का सारा पानी नहीं निकल पाता है। इसलिए साफ़ सफाई का ध्यान रखें रोजाना घड़े का पानी फेंककर साफ़ करके दोबारा भरकर रखें।
2. घड़े और पानी की क्वालिटी का रखें ध्यान
जब भी घड़ा खरीदें तो उसकी क्वालिटी का ध्यान रखें। इससे वाटर क्वालिटी अच्छी रहती है। अगर पीने के पानी की क्वालिटी ठीक नही है तो घड़े में फिल्टर्ड पानी भरें या छानकर भरें।
3. भरकर रखने के लिए सावधानियां
मटके में पानी रखें तो मटके को ठंढी और छाव वाली जगह में रखें। इस बात का ध्यान रखें की पानी गर्म धूप वाली जगह में न रखें। क्योंकि हाईटेम्परेचर होने पर पानी में बैक्टिरिया पैदा हो सकती है जो स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या पैदा कर सकते हैं।
4. इस्तेमाल के समय का रखें ध्यान
यह ध्यान रखें की मटके में भरा पानी जब तक ताजा रहे तभी तक उसे इस्तेमाल करें। ज्यादा समय तक स्टोर किया गया पानी न यूज़ करें। ज्यादा समय तक भरा पानी ताजा नही रहता है और इसका स्वाद भी ठीक नही होता है।
5. स्वच्छता का रखें ध्यान
अगर आप रोजाना मटके का पानी पीते हैं तो हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। बर्तन को हमेशा ढककर रखें और यदि कपड़ा बांधकर रखते हैं तो डेली उस कपड़े को साफ़ कर के दोबारा लगायें। बर्तन में हाथ डालकर पानी कभी ना निकालें।