Menopause Effects: मेनोपॉज जिसका अर्थ एस्ट्रोजन हार्मोन के प्रोडक्शन का बंद होना और मेंस्ट्रुरेशन का ना होना होता है। इसे शुद्ध भाषा में रजोनिवृत्ति भी कहा जाता है। मेनोपॉज के बाद महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के बदलाव होते हैं। यह बातें शोधों द्वारा सामने आई हैं। इससे जुड़े सिलसिले में और एक नए अध्ययन के द्वारा बताया गया है कि मेनोपॉज के कारण महिलाओं के दिमाग में ज्यादा बायोमार्कर (biomarker) पाया जाता है।
यह सामान्य उम्र के पुरषों कि तुलना है बहुत ज्यादा होता है। इसे व्हाइट मैटर हाइपरइंटेंसिटिज के रूप में भी जाना जाता है। दरअसल यह व्हाइट मैटर हाइपरइंटेंसिटिज दिमाग के स्कैन करके जब रिपोर्टों को देखा जाता है। तो उसमें दिखने वाला छोटा सा घाव या जख्म होता है। यह बढ़ती उम्र के साथ साथ अनकंट्रोलड ब्लड प्रेशर (blood pressure) के कारण आम बात होती है। जबकि एक ओर बहुत से अध्ययनों में इन बायोमार्करों का संबंध स्ट्रोक (stroke), अल्जाइमर (Alzheimer) तथा और भी बहुत सी खतरनाक चीजों का कारण हो सकता है। लेकिन नीचे दी गई सॉल्यूशन को अपना कर आप इनसे खुद को सेफ रख सकते हैं।
What are the effects of menopause on mental health and how to cure
1. योगा और एक्सरसाइज (yoga and exercise)
मेनोपॉज जैसी समस्या से अपने मस्तिष्क के बदलावों को कम करने के लिए।साथ ही साथ इसका आपके दिमाग पर काम असर पड़े। इसके लिए आपको योगा और एक्सरसाइज का सहारा लेना चाहिए। दरअसल यदि आप एंजाइटी (anxiety) वगैरा फील करते हैं। तो ऐसे में योगा और एक्सरसाइज आपके मूड को लिफ्ट करते हैं। आपको बैटर फील होने लगता है। जिससे आप तंदुरुस्त महसूस करते हैं।और आपकी बॉडी में हैप्पी हारमोंस ज्यादा रिलीज होते हैं।
2. खुद को एक सपोर्ट सिस्टम से जोड़ें
यदि आप अकेले हैं और आपको नहीं पता कि इन सारी चीजों से कैसे डील करना है। तो आपको एक सपोर्ट सिस्टम से जरूर जुड़ जाना चाहिए। दरअसल जब आप ऐसी संस्थाओं से जोड़ते हैं। तो आपको इन सारी बीमारियों के विषय में अधिक जानकारियां लेते हैं। और इनके साथ डील करने में आपकी काफी मदद करते हैं। तो आपको जल्द से जल्द इन सभी संस्था से जुड़ जाना चाहिए। क्योंकि कई बार ऐसी कई चीजें होती है, जो आपको अपने बारे में ही नहीं पता हो ती। तो आप इन सभी से विशेष जानकारियां ले सकते हैं। इसके साथ ही साथ अपने एक्सपीरियंस को उनके साथ शेयर भी कर सकते हैं।
3. सेल्फ केयर (selfcare) पर ध्यान दें
बहुत सी महिलाएं ऐसी होती हैं। जो अपने परिवार का तो बहुत ही अच्छे से ख्याल रखते हैं। लेकिन जब सेल्फ केयर की बात आती है तो वह पीछे हट जाते हैं। यदि आप चाहते हैं कि आपका परिवार भी हेल्थी वेल्थी रहे। तो आपको भी हेल्दी रहना जरूरी है। इसके लिए आपको सेल्फकेयर (self care) के लिए जरूर समय निकालना चाहिए। आपको पता होता है कि आप को खुद से और अपने इमोशंस से कैसे डील करना है।
4. अपनी दिनचर्या में करें बदलाव
यह बात हम सभी जानते हैं की मेनोपॉज हमें फिजिकली और मेंटली दोनों ही रूप, से हमें काफी प्रभावित करता है। हमारे बॉडी में काफी सारे चेंज देखने मिलते हैं। लेकिन आप इन सभी चीजों से आराम से डील कर सकते हैं। यदि आप एक अच्छे दिनचर्या को अपनाते हैं। आपको टाइम टू टाइम अच्छी नींद लेनी चाहिए। साथ ही साथ एक सही आहार को और डाइट लेनी (healthy diet) चाहिए। ज्यादा से ज्यादा एक्सरसाइज करनी चाहिए। खुद को बिजी रखना चाहिए लेकिन समय-समय पर खुद को समय भी देना चाहिए। इन सभी चीजों को अपनी लाइफ स्टाइल में ऐड करके आप मेनोपॉज से अपने मेंटल प्रॉब्लम्स को ठीक कर सकते हैं।