FAQs About Squirting: पोर्न में स्क्वर्टिंग के बारे में बहुत बढ़ा-चढ़ा कर बताया जाता है। आखिर यह क्या होता है? क्या यह सिर्फ महिलाओं को होता है? यह फेक होता है या रियल? इसको लेकर लोगों के मनों में सवाल होते हैं। एक सवाल यह भी होता है कि कुछ लोग यह कहते हैं कि स्क्वर्टिंग और फीमेल इजेकुलेशन एक ही होता है। क्या ऐसा सच में है? आज हम इन सभी सवालों के जवाब जानेंगे चलिए शुरू करते हैं
'स्क्वर्टिंग' में बारे में ये जरुरी सवालों के जवाब जानें
स्क्वर्टिंग क्या है?
स्क्वर्टिंग यूरिन और सेक्रेशन का मिश्रण है जो ऑर्गेज्म के दौरान वल्वा में से निकलता है। कुछ लोग स्क्वार्टिंग को का अनुभव करते हैं और कुछ लोग इसे कभी-कभी अनुभव करते हैं। कुछ लोगों को यह नहीं भी होता है।
क्या स्क्वर्टिंग और फीमेल इजेकुलेशन में फर्क है?
स्क्वर्टिंग (Squirting) और इजेकुलेशन (Ejaculation) में बहुत सारे फर्क पाए जाते हैं यह दोनों एक जैसे नहीं होते हैं। इनके फ्लूइड भी अलग होते हैं जैसे स्क्वर्टिंग एक क्लियर और पानी जैसा फ्लूइड होता है। ऐसा माना जाता है कि यह ब्लैडर में से बाहर निकलता है। जो फ्लूइड निकलता है वह 10 टेबलस्पून के बराबर हो सकता है। फ्लूइड में यूरिया, क्रिएटिनिन, यूरिक एसिड और कम मात्रा में सा यानी प्रॉस्टेटिक-स्पेसिफिक एंटीजन (Prostatic-Specific Antigen) भी शामिल हो सकते हैं। वहीं हम फीमेल इजेकुलेशन की बात करें तो यह चिपचिपा और सफेद रंग का फ्लूइड होता है। यह Skene's Gland से निकलता है। यह एक टेबलस्पून से थोड़ा ऊपर हो सकता है। इसमें प्रॉस्टेटिक एसि, Phosphatase, प्रॉस्टेटिक स्पेसिफिक एंटीजन, ग्लूकोज, फ्रुक्टोज और काफी कम मात्रा में यूरिया क्रिएटिनिन शामिल हो सकते हैं
क्या स्क्वर्टिंग और इजेकुलेशन में फर्क किया जा सकता है?
स्क्वर्टिंग और इजेकुलेशन हर व्यक्ति में अलग हो सकती है। ऐसा हो सकता है की स्क्वर्टिंग और इजेकुलेशन में फर्क ना हो पाए क्योंकि आप यह नहीं बता सकते कि क फ्लूइड Skene Gland से रिलीज हुआ है या फिर ब्लैडर में से।
क्या हर कोई स्क्वर्टिंग को एक जैसा महसूस कर सकता है?
यह भी संभव नहीं है। आप सबको जैसे पता है कि सेक्स हर व्यक्ति में एक यूनिक अनुभव है। हर व्यक्ति के लिए सेक्स की डेफिनेशन अलग होती है वैसे ही स्क्वर्टिंग के लिए भी दो लोग एक जैसा अनुभव नहीं कर सकते हैं। कुछ लोग यह मानते हैं कि यह क्लिटोरल ऑर्गेज्म से ज्यादा इंटेंस होता है कुछ लोग कहते हैं कि यह कम होता है। कुछ कहते हैं कि कि रिलीज की सेन्स डीप होती है जो बाकी ऑर्गेज्म से अलग होती है।
क्या स्क्वर्टिंग के बारे में जो पोर्न में सही दिखाया जाता है?
पोर्न में स्क्वर्टिंग को बहुत बड़ा चढ़ा कर पेश किया जाता है कि जैसे स्क्वर्टिंग बहुत ज्यादा होती है लेकिन वह सिर्फ आपको दिखाने के लिए इतना ज्यादा ताम-झाम किया जाता है। स्क्वर्टिंग हमेशा ज्यादा वॉल्यूम में नहीं होती है। यह कम मात्रा में भी हो सकती है और कोई भी व्यक्ति जैसे भी स्क्वर्टिंग कर रहा है वह बिल्कुल ओके है। यह अलग-अलग मात्रा में हो सकती है।
क्या स्क्वर्टिंग सिर्फ ऑर्गेज्म के साथ ही होती है?
ऐसा नहीं है कि स्क्वर्टिंग को ऑर्गेज्म के साथ ही होना है। कुछ लोग इसे पहले भी महसूस करते हैं। इसके साथ ही आप इसे ऑर्गेज्म के टाइम पर भी महसूस कर सकते हैं। कुछ लोग कुछ समय बाद बार-बार स्क्वर्टिंग करते हैं।