Reproductive Problems in Women: महिलाओं में 5 बड़ी प्रजनन संबंधित समस्याएं
महिलाओं में प्रजनन से संबंधित कुछ समस्याएं होती है जिनके कारण उन्हें गर्भधारण करने में दिक्कत होती है साथ ही गर्भपात होने का खतरा भी बना रहता है। इन समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी रखना जरूरी है ताकि आप अपने प्रजनन स्वास्थ्य को अच्छा बना सके साथ ही अगर आप गर्भधारण करना चाहते हैं तो उसमें कोई दिक्कत परेशानी ना हो।
1. सर्वाइकल कैंसर
महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर सर्विस के कोशिकाओं को प्रभावित करता है। यह कैंसर होने के कारण महिलाओं के शरीर में इम्यून सिस्टम काफी प्रभावित होता है। जिन महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले से ही कमजोर होती है उनके लिए यह कैंसर काफी गंभीर साबित हो सकता है। यह कैंसर महिलाओं की प्रजनन शक्ति को काफी प्रभावित करता है।
2. एंडोमेट्रियोसिस
गर्भाशय की लाइन को एंडोमेट्रियम कहा जाता है, जब इस लाइनिंग को बनाने वाले टिश्यू गर्भाशय पर ना जाकर, ओवरी, पेल्विस और बाउल की लाइनिंग पर विकसित होने लगते हैं तो एंडोमेट्रियोसिस की समस्या पैदा होती है। इस समस्या के कारण शरीर में काफी कमजोरी आ जाती है साथ ही पीरियड के दौरान असहनीय दर्द होता है, पेट में सूजन आ जाती है और पेशाब करने में भी काफी दर्द महसूस होता है।
3. पीसीओएस (PCOS)
पीसीओएस की समस्या भी महिलाओं में प्रजनन क्षमता को काफी प्रभावित करती है। इस समस्या में महिलाओं के शरीर में हार्मोन काफी असंतुलित हो जाते हैं जिस कारण उन्हें गर्भधारण करने में परेशानी आ सकती है। इस समस्या में महिलाओं के शरीर में पुरुषों में पाए जाने वाले हार्मोन काफी अधिक मात्रा में बढ़ जाते हैं।
4. एचआईवी (HIV)
एचआईवी एक यौन संचारित रोग है जो वायरस संक्रमण के कारण होता है। यह किसी संक्रमित व्यक्ति या फिर किसी के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने से हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान अगर एचआईवी मां को है तो इसका बच्चे में जाने का खतरा भी रहता है। यह महिलाओं की प्रजनन क्षमता को बहुत प्रभावित करता है।
5. मोटापा
अधिक वजन बढ़ने के कारण भी महिलाओं में प्रजनन से संबंधित बहुत समस्याएं हो सकती हैं। ज्यादा वजन के कारण महिलाओं में हार्मोनल चेंज होने की संभावना होती है, इसकी वजह से उन्हें गर्भधारण करने में दिक्कत होती है और गर्भपात होने का खतरा रहता है। इसलिए जरूरी है कि वजन को नियंत्रित रखा जाए।