How Alcohol Affects Reproductive Health: अल्कोहल का अत्याधिक सेवन रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करता है। पर अगर इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जा रहा है तो यह गंभीर समस्या उत्पन्न नहीं करता, लेकिन अत्यधिक या लंबे समय तक शराब का सेवन कई प्रकार की रिप्रोडक्टिव स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। तो आइए जानते है अल्कोहल कैसे प्राभावित करता है रिप्रोडक्टिव हेल्थ को?
अल्कोहल का रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर 5 प्रभाव
1. Harmonal Imbalance
अल्कोहल शरीर के हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकता है, जो रिप्रोडक्टिव हेल्थ के लिए महत्वपूर्ण है। महिलाओं में, अत्यधिक शराब का सेवन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकता है, जिससे periods cycle में अनियमितता या अमेनोरिया होने का खतरा बना रहता है।
2. Infertility
अत्यधिक शराब का सेवन पुरुषों और महिलाओं दोनों में Infertility की समस्या उत्पन्न कर सकता है। पुरुषों में, शराब स्प्रेम की संख्या, Mobility और क्वॉलिटी को कम कर सकती है, जिससे गर्भधारण करना कठिन हो जाता है। वही महिलाओं में, यह ओव्यूलेशन को प्रभावित कर सकता है और गर्भपात का जोखिम बढ़ा सकता है।
3. Sexual Inability
अल्कोहल के सेवन से Sexual Inability जुड़ी होती है। पुरुषों में, अधिक शराब का सेवन नपुंसकता, इरेक्शन बनाए रखने में कठिनाई, या Sexual performance में कमी का कारण बन सकता है। महिलाओं में यह vagina में ड्राइनेस, और Orgasm तक पहुँचने में कठिनाई उत्पन्न कर सकता है।
4. Pregnancy Complications
प्रेगनेंसी के दौरान अल्कोहल का सेवन मां और शिशु दोनों के लिए गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। कम मात्रा में शराब पीने से भी मिसकैरेज, मृत शिशु, या समय से पहले जन्म का खतरा बढ़ सकता है। प्रेगनेंसी में शराब पीने से फेटल अल्कोहल स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर हो सकता है, जो बच्चे के विकास और मानसिक क्षमता पर नेगेटिव प्रभाव डालता है।
5. Periods and Menopause
अत्यधिक शराब पीने वाली महिलाओं में पीरियड्स की अनियमितताएं, समय से पहले मेनोपॉज और मेनोपॉज के लक्षणों में वृद्धि हो सकती है। अल्कोहल मेनोपॉज के दौरान मूड स्विंग्स, हॉट फ्लैश और अन्य शारीरिक लक्षणों को अधिक गंभीर बना सकता है, जिससे महिलाओं के लिए उम्र बढ़ने के साथ-साथ रिप्रोडक्टिव हेल्थ स्वास्थ बनाए रखने में मुश्किल होती है।