How Micronutrients Play An Important Roles in Health: हमारे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अच्छी डाइट बहुत जरूरी है। संतुलित खाने को हमेशा ही अच्छा आहार माना जाता है। बचपन से हमें बोला जाता है कि हमें संतुलित आहार खाना चाहिए। इसमें सभी जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो हमारी बॉडी के लिए जरूरी होते हैं। ऐसे ही माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होते हैं। यह हमारे शरीर के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनका हमारी डाइट में होना बहुत जरूरी है। यह जरूरी विटामिन और मिनरल होते हैं जो हमारे शरीर के जरूरी कामों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आईए जानते हैं कि महिलाओं को उनके क्या लाभ हैं-
जानें महिलाओं को Micronutrients के क्या फायदे हैं?
Immunity System
इम्यूनिटी सिस्टम सेल्स, अंग और टिशूज का एक ऐसा जटिल नेटवर्क होता है जो बॉडी की बीमारियों और इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है। अगर आप बीमारियों से बचना चाहते हैं तो आपका इम्यून सिस्टम स्ट्रांग होना चाहिए। माइक्रोन्यूट्रिएंट्स जैसे विटामिन B6, विटामिन सी, विटामिन ए, मैग्नीशियम और जिंक इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रांग बनाने में मदद करते हैं। यह माइक्रोन्यूट्रिएंट्स आपको चिकन, नट्स, सिट्रस फूड, केला, सूरजमुखी का तेल और बादामों का तेल आदि से मिल सकते हैं।
Bone Health
महिलाओं को अगर एनर्जेटिक रहना है तो उन्हें अपनी बोन हेल्थ का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। महिलाओं को जीवन के अलग-अलग पड़ाव में हड्डियों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे उम्र बढ़ाने के साथ उनकी बोन डेंसिटी कम होने लग जाती है। इसके साथ ही मेनोपॉज में हार्मोनल उतार चढ़ाव के कारण भी बोन हेल्थ पर असर पड़ता है। इसलिए महिलाओं को अपनी डाइट में माइक्रोन्यूट्रिएंट्स को शामिल करना चाहिए जैसे कैल्शियम। 51 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिलाओं के लिए आरडीए 1,200 मिलीग्राम प्रति दिन है। कैल्शियम आपको डेयरी प्रोडक्ट्स, नट, सीड्स बींस और सोए से मिलता है। इसके साथ ही आप अपनी डाइट में विटामिन डी, मैग्नीशियम, फास्फोरस और पोटेशियम को शामिल कर सकते हैं।
Reproductive Health
अपनी रिप्रोडक्टिव हेल्थ के लिए महिलाओं को फोलिक एसिड जरूर खाना चाहिए। इसके साथ ही अगर आप कंसीव करना चाहती है तो आप अपनी डाइट में इसे जरूर ऐड करें। फोलिक एसिड को प्राप्त करने के लिए आप चावल, संतरा, ब्रोकली, पपीता बादाम या एवोकाडो आदि को शामिल कर सकते है। इससे आपकी और बच्चे की हालत अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है और प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली कॉम्प्लिकेशंस भी काम हो जाती हैं। फोलिक एसिड से न्यूरल ट्यूब इफेक्ट का खतरा बहुत कम हो जाता है। स्तनपान (Breastfeeding) कराने वाली महिलाओं के लिए 500 एमसीजी और गर्भवती महिलाओं के लिए 600 एमसीजी RDA होता है।
Menstrual Health
मेंस्ट्रुएशन एक नेचुरल प्रोसेस है जिसमें से हर महिला गुजरती है। इस दौरान महिलाओं को बहुत सारे लक्षण दिखाई देते हैं जैसे क्रैंप्स, सिर दर्द, पेट दर्द, मूड स्विंग्स थकावट और ब्लोटिंग आदि। हर महिला का पीरियड्स एक्सपीरियंस अलग होता है। इन लक्षणों को मैनेज करने में डाइट का भी बहुत अहम रोल है। अगर आप मैग्नीशियम को अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो इससे आपका स्ट्रेस कम होगा जिससे आप रिलैक्स महसूस करेंगे और आपकी ओवरऑल हेल्थ पर अच्छा असर पड़ेगा। रिसर्चस में ऐसा भी कहा जाता है कि मैग्नीशियम से PMS से राहत मिल सकती है। जिन महिलाओं को पीरियड्स के दिनों में दर्द से गुजरना पड़ता है, उनके लिए भी मैग्नीशियम मददगार हो सकता है। मैग्नीशियम हरी पत्तेदार सब्जियां, चॉकलेट और नट आदि से मिल सकता है। आप सप्लीमेंट का भी सेवन कर सकते हैं।
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