PCOS सिर्फ प्रजनन ही नहीं, ज़िंदगी के कई पहलुओं को करता है प्रभावित? जानें हार्मोनल असंतुलन का असर

पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक आम लेकिन गंभीर हार्मोन से जुड़ी समस्या है, जिससे लाखों महिलाएं परेशान हैं। जिसे समझना और समय पर इलाज लेना जरूरी है।

author-image
Tamnna Vats
New Update
PCOS के लक्षण

How PCOS Affects More Than Just Reproduction: Understanding the Impact of Hormonal Imbalance on Various Aspects of Life: पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक आम लेकिन गंभीर हार्मोन से जुड़ी समस्या है, जिससे लाखों महिलाएं परेशान हैं। लोग इसे सिर्फ प्रजनन से जोड़ते हैं, जबकि यह शरीर, मन, भावनाओं और सामाजिक जीवन को भी प्रभावित करता है। यह कोई साधारण बीमारी नहीं, बल्कि एक जटिल स्थिति है, जिसे समझना और समय पर इलाज लेना जरूरी है।

Advertisment

PCOS सिर्फ प्रजनन ही नहीं, ज़िंदगी के कई पहलुओं को करता है प्रभावित? जानें हार्मोनल असंतुलन का असर

पीसीओएस कैसे होता है?

पीसीओएस तब होता है जब महिला के शरीर में एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) बढ़ जाता है। इससे अंडाशय में अंडे ठीक से विकसित नहीं हो पाते और छोटी-छोटी गांठें बन जाती हैं। मासिक धर्म अनियमित हो जाता है, ओवुलेशन रुकता है और गर्भधारण में दिक्कत आती है। यही नहीं, यह समस्या आगे चलकर शरीर में कई और बदलाव भी ला सकती है।

Advertisment

पीसीओएस के लक्षण और असर

पीसीओएस से महिलाओं के चेहरे पर अनचाहे बाल, मुंहासे, बाल झड़ना और त्वचा पर काले धब्बे जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। ये समस्याएं न सिर्फ दिखावे को, बल्कि आत्मविश्वास को भी प्रभावित करती हैं। कई बार महिलाएं इन वजहों से सामाजिक दूरी बनाने लगती हैं और खुद को कमतर महसूस करने लगती हैं।

मानसिक स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव

Advertisment

पीसीओएस का असर शरीर के साथ-साथ दिमाग पर भी होता है। हार्मोनल बदलावों के कारण चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग्स, डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी समस्याएं होने लगती हैं। वजन न घटने या चेहरे की दिक्कतें बने रहने से आत्म-सम्मान पर भी बुरा असर पड़ता है।

प्रजनन के बाद भी, इसका प्रभाव

पीसीओएस को अक्सर प्रजनन से जोड़ा जाता है, लेकिन यह शादी या बच्चे के बाद भी बना रह सकता है। कई महिलाएं सोचती हैं कि शादी के बाद ठीक हो जाएगा, मगर बिना सही जीवनशैली और इलाज के हालत और बिगड़ सकती है। इसलिए समय पर इलाज और संतुलित जीवनशैली जरूरी है।

Advertisment

PCOS का समाधान 

पीसीओएस का स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसे कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए संतुलित आहार, नियमित एक्सरसाइज, तनाव से दूरी और अच्छी नींद जरूरी है। डॉक्टर की सलाह से दवाएं और हार्मोनल थेरेपी भी ली जा सकती हैं। मानसिक सेहत के लिए काउंसलिंग और सपोर्ट ग्रुप्स का साथ लेना भी मददगार होता है।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

PCOS Affects Hormonal Impact