Women's Health : जब एक महिला गर्भवती होती हैं तब उसके प्रेगनेंसी के कई लक्षण होते हैं। एक हेल्थी प्रेगनेंसी के लिए किसी महिला को अपने स्वास्थ पर काफी ध्यान देना होगा हलकी सी भी बातों को नजर अंदाज किए बिना वक्त पर अपने डॉक्टर को जाचं कराना चाहिए साथ ही अपने डाइट का भी ऐसे वक्त काफी ज्यादा ख्याल रखना चाहिए। प्रेगनेंसी के कई सारे लक्षण में से है ये हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम जो कई महिला अपने प्रेगनेंसी के वक्त फेस करती है। चलिए आज इस लक्षण के बारे में गहरायी से जानते हैं।
क्या हैं हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम?
महिलाओं को प्रेगनेंसी के वक्त मोर्निंग सिकनेस फील करना काफी आम हैं। कई बार उनको उल्टियाँ भी होती हैं जिससे सुबह - सुबह उनकी तबियत ठीक नहीं रहता है लेकिन जब ये लक्षण चरम सीमा पर पहुंच जाए तो इसे हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम कहते हैं। मोर्निंग सिकनेस से करीबन 80 % महिला प्रभवित होती हैं पर हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम सिर्फ 2 - 3 % महिलाओं को ही होता है।
अपने लाइफस्टाइल पर काम करके और इसे बेहतर बनाकर आप हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम को कंट्रोल कर सकते है। अपने जीवन शैली में आप कुछ बदलाव जैसे हाइड्रेट रहकर,आराम करके और अपने बड़ो के बताए कुछ नुस्खे जोकि आपके लगातार आने वाली उलटी को कम करे उससे आराम पा सकती हैं। अगर आप अपने पहले प्रेगनेंसी में हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम से पीड़ित रहीं थी, तो काफी चांसेस हैं कि आपको ये समस्या अपने दूसरे प्रेगनेंसी में भी फेस करना पड़ सकता है।
क्या हैं हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम के सारे लक्षण और ट्रीटमेंट?
जो महिला हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम से पीड़ित हैं उनमें कुछ लक्षण देखने को मिलते हैं जो है प्रेगनेंसी के वक्त काफी ज्यादा उल्टियाँ आना और मुह से थूक निकलने की मात्रा बढ़ जाना, साथ ही प्रेग्नेंट महिला का वेट भी लूज़ होना। कई बार एक महिला को ऐसे वक्त पर कब्ज भी होजाता हैं। हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम से पीड़ित महिलाओं के शरीर में फ्लूइड चीजें रूकती नहीं है।
अगर आप हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम से काफी ज्यादा परेशान है तो कई बार डॉक्टर आपको एडमिट भी कर सकते हैं। ज्यादा तर महिला इससे अपने अर्ली प्रेगनेंसी के वक्त परेशान होती हैं। कई डॉक्टर्स आपको इसमें छोटे- छोटे मील्स खाने की और हाइड्रेट रहने की सलाह देते हैं। साथ ही अपने डाइट में अदरक को शामिल करना और एक्यूप्रेशर से आपको सहायता मिलती है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।