Myths Around PCOD And PCOS: पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), पॉलिसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर (PCOD) आज कल बहुत ही सामान्य समस्या हो गई है। अधिकतर महिलोए इस बीमारी से जूझ रही है। इसके होने के कई सारे वजहों में से एक यह है की हमारा लाइफस्टाइल बहुत ही ज्यादा खराब हो गया है। हालाकि यह जान लेवा नही होते लेकिन आपके रोजाना जिंदगी में कई दिक्कतें जरूर ला देता है। कुछ लोग इन बीमारियों का बहुत ही हल्के में ले लेते हैं तो कुछ लोग इससे जुड़े मिथ्य पर भरोसा किए बैठे हैं। आइए इस ब्लॉग में पढ़े पीसीओडी और पीसीओएस से जुड़े कुछ मिथ के बारे में।
PCOD और PCOS से जुड़े मिथ्स
1. इसके होने से महिला माँ नहीं बन सकती
ऐसा कहना बिल्कुल ही गलत है की इस बीमारी के कारण कोई महिला माँ नही बन सकती। हां कंसीव करने में परेशानियां अवश्य आती है लेकिन सक्सेस रेट भी हाई होते हैं अगर मरीज़ को सही इलाज प्रदान की जाए।
2. यह सिर्फ मोटे लोगो को होता है
यह बीमारी किसी भी इंसान को हो सकती है जिनके फीमेल रिप्रोडक्टिव ऑर्गन हैं। इसका मोटा वे पतला होने से कोई ताल्लुक नहीं होता। यह किसी पतले इंसान को भी होसकता है।
3. इर्रेगुलर पीरियड्स होने का मतलब आपको यह बीमारियां हैं
PCOS/PCOD होने का नतीजा भले ही इरेगुलर पीरियड्स हो सकते हैं लेकिन सिर्फ इस बुनियाद पर बोलना की इरेगुलर पीरियड्स मतलब आपको PCOD या PCOS है, गलत है।
4. यह सिर्फ टीनएज महिलाओं को होती हैं
यह बीमारी किसी भी महिला को हो सकता है जिसके ओवरी डिवेलप हो चुके हैं। यह किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन सिर्फ उनको जिनके यूटरस हैं।
5. वज़न काम करने से PCOS ठीक हो सकता है
पीसीओएस का कोई भी इलाज ऐसा नहीं आया है जो इस बीमारी को पूरी तरह ठीक करदे लेकिन इसे अपने लाइफस्टाइल में चेंजेज लाके कंट्रोल जरूर किया जा सकता है। अपने वजन को कम करने से आपको मदद भी जरूर होगी।
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