How To Cure PCOD with Yoga? : PCOD यानि पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम में औरतों की ओवरीज़ ज़्यादा संख्या में इममच्योर या पार्शियल मच्योर अंडे का उत्पादन करती हैं और समय के साथ ये एग्स सिस्ट बन जाते हैं। इसके कारण ओवरीज़ एनलार्ज हो होकर बड़ी मात्रा में मेल हार्मोन (एण्ड्रोजन) सीक्रेट करते हैं, जिससे इनफर्टिलिटी, इर्रेगुलर पीरियड्स, हेयर फॉल और एब्नार्मल वेट गेन होता है। पीसीओडी को डाइट और लाइफस्टाइल में मॉडिफिकेशन कर कंट्रोल किया जा सकता है।
योगा की मदद से PCOD से कैसे निपटें
ओवरीज़ औरतों का रिप्रोडक्शन सिस्टम है जो प्रोजेस्ट्रोन और एस्ट्रोजन होर्मोनेस प्रोडूस करती है और औरतों के मेंट्रूअल साइकिल को रेगुलेट करने में मदद करती है। PCOD में ओवरीज़ आम से ज़्यादा मेल होर्मोनेस प्रोडूस करने लगती हैं। इस हार्मोनल इम्बैलेंस की वजह से औरतों के पीरियड्स मिस होते हैं और प्रेग्नेंट होने में प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि योगा कि मदद से आप PCOD से किस तरह निपट सकते हैं।
1. सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार को सन सलुटेशन के नाम से भी जाना जाता है और यह 12 योगासनों की एक सीरीज है जो PCOD के सिम्पटम्स को कम करने में कारगर हो सकती है। यह वेट मैनेज करने के साथ-साथ केलोस्ट्रोल को भी कंट्रोल और मेंस्ट्रुअल साइकिल को भी रेगुलेट करता है। यह औरतों के हार्मोनल इम्बैलेंस को ठीक कर उनकी मेन्टल और फिजिकल हेल्थ को बेहतर करने में मदद कर सकता है।
2. भुजंग आसन
भुजंग आसन यानि कोबरा पोज़ उन महिलाओं के लिए बहुत अच्छा योगासन है जिन्हें प्रेग्नेंट होने में दिक्कत हो रही हो। इस आसन से पेल्विक एरिया में ब्लड फ्लो होता है और होर्मोनेस बैलेंस होने में मदद मिलती है। पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत देने में भी यह आसन फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके इलावा यह रिप्रोडक्शन सिस्टम को एक्टिवेट करता है और स्पाइन को भी ज़्यादा फ्लेक्सिबल बनाता है।
3. योनि मुद्रा
योनि मुद्रा में आपको कम्फर्टेबल पोजीशन में बैठना है और अपनी पीठ को सीधा रखना है। अपने दोनों हाथों को लोअर एब्डोमेन के ऊपर रख कर दोनों अंगूठों और इंडेक्स फिंगर की टिप्स को आपस में मिलाना है। लम्बे-लम्बे साँस लेते हुए ऑंखें बंद कर आपको अपने पेल्विक एरिया की सेंसेशन को फील करना है। यह मुद्रा PCOD और हार्मोनल इम्बैलेंस को ठीक करने में काफी कारगर है।
4. माल आसन
यह आसन औरतों के पेल्विक एरिया में ब्लड को बढ़ाता है और मेटाबोलिज्म को स्ट्रांग करता है। इससे आपकी डाइजेशन इम्प्रूव होती है और हार्मोनल बैलेंस भी सुधरता है, जिससे PCOD के लक्षणों में आराम मिलता है। इस आसन से आपकी पेल्विक फ्लोर और एब्डोमिनल कोर भी मजबूत होती है।
5. शव आसन
PCOS की प्रॉब्लम होने का मेन कारण स्ट्रेस हो सकता है और शव आसन या कॉर्प्स पोज़ आपका स्ट्रेस रिलीफ करने में मदद कर सकता है। यह आसन आपकी बॉडी और माइंड दोनों को रिलैक्स और कॉम करता है, जिससे आपके होर्मोनेस और कोर्टिसोल लेवल्स बैलेंस होने में मदद मिलती है।
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