प्रेगनेंसी के दौरान कई महिलाएं स्किन से जुडी समस्यायों से परेशानी होती हैं। इन्हीं में से एक है स्ट्रेच मार्क्स की प्रॉब्लम। जी हाँ !आपने हर महिला की प्रेगनेंसी से जुडी यह डर और उलझन को समझा होगा कि अगर उनके कमर के आसपास के हिस्से में स्ट्रेच मार्क्स आजाये तो वह क्या करेंगी। उनके मन में कई सवाल भी घूमते हैं। जैसे, क्या यह स्ट्रेच मार्क्स कभी जायेंगे? क्या अब वह पहले की तरह खूबसूरत लगेगी? आज हम आपको बताएँगे कि प्रेगनेंसी में आये हुए स्ट्रेच मार्क्स आम बात है या नहीं और नेचुरल तरीको से स्ट्रेच मार्क्स को कैसे खत्म करें।
क्या हर प्रेग्नेंट महिला को होते हैं Pregnancy Stretch Marks की प्रॉब्लम?
प्रेगनेंसी में अचानक ही जब आपका वजन बढ़ता है तो आपकी कमर और हिप्स की स्किन खींचने लगती है। जिसकी वजह से आपको ड्राई स्किन और खुजली की प्रॉब्लम भी हो सकती है। ऐसे में ही स्ट्रेच मार्क्स भी आ जाते हैं। हालाँकि डिलीवरी के बाद यह निशाँ कम या हलके पद जाते हैं लेकिन यह काफी आम बात है। इसीलिए इससे घबराने की जरुरत नहीं।
क्यों होते हैं स्ट्रेच मार्क्स?
गर्भावस्था में स्ट्रेच मार्क्स होना बहुत आम है। प्रेगनेंसी के दौरान आपके हॉर्मोन त्वचा की middle layers को प्रभावित करते हैं ताकि ये दोनों तरफ की परतों से अच्छी तरह ना चिपके। इसकी वजह से हल्का उभार और रेखाएं दिखने लगती हैं। गर्भावस्था के हॉर्मोन त्वचा के उत्तकों को भी शिथिल कर देते हैं, जिससे स्ट्रेच मार्क्स आसानी से हो जाते हैं।
कब बढ़ जाते हैं स्ट्रेच मार्क्स?
कुछ स्थितियां स्ट्रेच मार्क्स होने की संभावना को बढ़ा देती हैं। जैसे, यदि प्रेगनेंसी में आपका वजन काफी तेज़ी से बढ़ने लगे या फिर आप जुड़वां बच्चों की माँ होने वाली हैं, तो ऐसी स्थिति में आपके बच्चेदानी का साइज़ बढ़ने लगता है जिसकी वजन से बाहरी स्किन खींचती है और स्ट्रेच मार्क्स बढ़ जाते हैं।
कई बार प्रेग्नेंट महिला के गर्भ में बहुत ज्यादा एमनियोटिक द्रव होता है। इस स्थिति को अंग्रेजी में पोलिहाइड्रेमनियोस कहा जाता है और इससे स्ट्रेच मार्क्स की समस्या बढ़ती है। दूसरी और, यही आपकी माँ या बहन को गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स हुए थे तो आपको यह प्रॉब्लम फेस करनी पड़ सकती है।