महीने के कुछ ऐसे भी दिन होते जिन्हें महिलाओं के लिए निकालना मुश्किल होता है। यह पीरियडस के कारण होता है क्योंकि इन दिनों में माहवारी के कारण महिलाओं के शरीर में बदलाव होते है जैसे क्रैम्प्स, चिड़चिड़ापन, शरीर में दर्द, पेट में ऐंठन होता है। इसके अलावा महिलाओं के मूड स्विंग्स भी होते है। यह होना सामान्य बिल्कुल है लेकिन आप इन्हें दूर भी कर सकते है-
Premenstrual Syndrome: कैसे पाएं पीरिड्स में मूड स्विंग्स से राहत
शरीर को हाइड्रेट रखें (Hydrate the Body)
पीरियड्स के दौरान बॉडी को हाइड्रेट रखें। जब शरीर में पानी की कमी होती है आपका शरीर लो फ़ील करता है। इससे आपको ब्लोटिंग की भी समस्या आ सकती हैं। इसलिए दिन में 9-10 ग्लास पानी का सेवन करें। इससे आपको मूड स्विंग्स के साथ-साथ आलस्य, क्रैम्प्स से भी राहत मिल सकती है।
एक्सर्सायज़ करें (Exercise)
माहवारी में कसरत करना आपके लिए बहुत अच्छा है। आपकी बॉडी को राहत मिलती है। दिन में 30 मिनट कसरत को ज़रूर दे। अगर आप कसरत नहीं तो सैर कर सकते है। इसके साथ आप हल्का योगा भी कर सकते है। इससे आपको मूड स्विंग्स जैसे ग़ुस्सा (anger), ऐंज़ाइयटी(anxiety), ग़म(sadness) आदि से राहत मिलेंगी।
स्वस्थ भोजन (Nutritious Diet)
भोजन का आपके तन और मन से सीधा संबंध है। इसलिए पौष्टिक भोजन जैसे हरी सब्ज़ियाँ, फल और दूध का सेवन करें। अपनी डायट में से जंक फ़ूड, नमक, मीठा आदि को कम करें। बैलेन्स डायट को ही पहल दे। इससे आपका मूड भी ठीक रहेगा और आप को क़मज़ोर भी महसूस नहीं होगा।
नींद (Sleep)
माहवारी में नींद का ज़रूर ख़्याल रखें। इससे अच्छे से ले। दिन में 7-8 घंटे की नींद पूरी ले। इससे आपके मूड स्विंग्स भी कम होंगे। अगर आप नींद को पूरा नहीं करते है इससे आपके मूड ख़राब हो सकता है। इसके साथ ही आपका माइंड और बॉडी दोनों ही प्रभावित हो सकते हैं।
खुश रहे
इन दिनों में स्ट्रेस की समस्या बहुत रहती हैं इसलिए आओ खुश रहने की कोशिश करें। अप्प अकेले मत बैठे। इसके साथ योग, मैडिटेशन करें इससे आपका मन शांत रहेगा।