Sex Is Much More Than Just Achieving Orgasm: सेक्स एक ऐसा विषय है जिसे आप किसी खास परिभाषा में एक्सप्लेन नहीं कर सकते हैं। यह एक ऐसा विषय है जो हर व्यक्ति के अनुभव के हिसाब से अलग हो सकता है। आप जो सेक्स के दौरान महसूस करते हैं तो ऐसा जरूरी नहीं है कि दूसरा व्यक्ति भी वैसा ही महसूस करें। आपकी पसंद और नापसंद अलग हो सकती है। आपका तरीका अलग हो सकते हैं आप जिन चीजों से स्टिम्युलेट होते हैं वो भी अलग हो सकती हैं तो इसलिए इसे आप सिर्फ एक ही नजरिए से नहीं देख सकते हैं। यह एक बहुत ही बहुमुखी टॉपिक है जिसके बारे में बात करना बहुत जरूरी है। अब बहुत सारे लोगों का सेक्स के दौरान ही एक ही गोल होता है कि उन्हें Orgasm तक पहुंचना है। चलिए आज इसके बारे में बात करते हैं-
सेक्स केवल Orgasm नहीं बल्कि इससे बढ़कर है, जानें कैसे?
सेक्स का गोल सिर्फ ऑर्गेज्म नहीं है। यह उससे भी बढ़कर है। ऑर्गेज्म सिर्फ सेक्स का एक पार्ट हो सकता है। यह पूरा सेक्स नहीं है और सेक्स की शुरुआत से लेकर ऑर्गेज्म तक पहुंचने तक आप बहुत सारी चीजों से गुजरते हैं। उन चीजों का भी आपकी सेक्स लाइफ पर बहुत असर पड़ता है।।अगर आप पूरी प्रक्रिया को एंजॉय नहीं कर रहे हैं तब भी आपका सेक्स सक्सेसफुल नहीं है। इसलिए यह मत सोचिए की सेक्स सिर्फ ऑर्गेज्म ही है। अगर आप ऑर्गेज्म तक पहुंच गए हैं तब भी सेक्स में सफल नहीं हैं।
इन पॉइंट्स से समझें
- सेक्स के दौरान आप खुद को भी एक्सप्रेस करते हैं जैसे आपको क्या चाहिए या फिर आपकी पार्टनर से क्या अपेक्षाएं हैं. इसके साथ ही आप अपनी पसंद और नापसंद भी पार्टनर को बताते हैं। आप अपने प्लेजर के लिए भी सेक्स को करते हैं।
- सेक्स को सिर्फ आप ऑर्गेज्म तक पहुंचने के लिए नहीं करते हैं। इससे आप अपने पार्टनर के साथ अच्छा बॉन्ड और संबंध बनाने के लिए भी करते ताकि आप और पार्टनर के बीच में जो दूरियां हैं वो खत्म हो जाए और आप दोनों के बीच में एक नजदीकियां आने शुरू हों।
- सेक्स के कारण आप अपने पार्टनर के साथ खुलकर बातचीत करते हैं। आप दोनों के बीच में जो झिझक हैं वो खत्म हो जाती है। आप अपने पार्टनर के सामने वल्नरेबल हो जाते हैं और आपको इस बात का डर नहीं रहता कि मुझे जज किया जाएगा या फिर पार्टनर मुझे पसंद नहीं करेगा।
- जब आप किसी के साथ सेक्स करते तब आप उनको पूरी तरह से स्वीकार करते हैं। आप इस बात के लिए पार्टनर को जज नहीं करते कि उसमें क्या कमियां है बल्कि उन्हें हर पहलू से आप स्वीकार करते हैं।आप यह मानते हैं कि कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता है ब्लकि हर किसी में कोई कमी होती है और मैं भी परफेक्ट नहीं हूं।
- सेक्स का एक पहलू यह भी है कि हम अपनी शारीरिक जरूरत को पूरा करने के लिए भी सेक्स करते हैं लेकिन इसके दौरान आप पार्टनर के साथ एक ट्रस्ट भी बिल्ड कर लेते हैं। जिस तरह से सेक्स के कारण आपका किसी के ऊपर विश्वास बनता है वो शायद किसी और एक्टिविटी के कारण बन पाए क्योंकि इस समय आप बिल्कुल रियल होते हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।