sexually Transmitted Infection (STI) Symptoms: एसटीडी ऐसी बीमारियां हैं जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती हैं ज्यादातर वजाइना,पेनीस और ओरल सेक्स के वक्त हो जाता है। अगर इलाज न किया जाए तो एसटीडी बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। अच्छी खबर यह है कि सब से पहले टेस्ट किया जाता है और एसटीडी आसानी से ठीक हो जाते हैं। एसटीडी खतरनाक संक्रमण हैं जिन्हें डॉक्टर और अच्छे ट्रीटमेंट की आवश्यकता होती है। अन्य जैसे कि ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) का इलाज नहीं किया जा सकता है और अगर इलाज न किया जाए तो यह प्रॉब्लम हो सकता है।आइए जानते है यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) के लक्षण के बारे में।
यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) के लक्षण क्या हो सकते है?
1.क्लैमाइडिया (Chlamydia)
महिलाएं: वजाइना डिस्चार्ज होना, दर्दनाक पेशाब होना, पेट के निचले हिस्से में दर्द होना, मासिक धर्म के बीच ब्लीडिंग या सेक्स एक्टिविटी के दौरान दर्द होना।
पुरुष: लिंग से डिस्चार्ज आना, लिंग के ओपेनिंग के आसपास जलन या खुजली होना, टेस्टिकलस में दर्द या सूजन होना, पेशाब करने में दर्द होना।
2.सूजाक (Gonorrhea)
महिलाएं: वजाइना डिस्चार्ज होना में ज्यादा परेशानी होना, दर्दनाक पेशाब होना , मासिक धर्म के बीच वजाइना से डिस्चार्ज होना और साथ ही ब्लीडिंग भी होना , पेट में दर्द होना और दर्दनाक सेक्स ड्राइव होता है ।
पुरुष: लिंग से सफेद पीला या हरा डिस्चार्ज होना , पेशाब करने में दर्द, टेस्टिकलस में सूजन या दर्द होना।
3.सिफलिस (Syphilis)
पहला चरण: संक्रमण के वक्त ज्यादातर जननांगों, एनस या मुंह पर दर्द रहित घाव (चेंक्र)।
माध्यमिक चरण: त्वचा पर दाने, अक्सर हाथों की हथेलियों और पैरों के तलवों पर दाने, बुखार, गले में खराश, थकान, सूजी हुई लिम्फ नोड्स(lymph nodes), बालों का झड़ना, मांसपेशियों में दर्द।
देर से चरण: जल्दी साइड इफ़ेक्ट नज़र नहीं है। यह संक्रमण हार्ट, ब्रेन और नर्व्स सिस्टम सहित विभिन्न अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।
4.जननांग परिसर्प (Genital herpes)
जननांगों, एनस या मुंह पर या उसके आसपास छोटे दर्दनाक छाले या घाव होते है।
फ्लू जैसे लक्षण बुखार आना, सिर में दर्द होना, मांसपेशियों में दर्द होना, सूजी हुई लिम्फ नोड्स हो जाती है।
5.ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी)(Human immunodeficiency virus (HIV)
लास्ट चरण: फ्लू जैसे लक्षण, जिनमें बुखार, थकान, गले में खराश, सूजी हुई लिम्फ नोड्स, दाने शामिल हैं।
स्पर्शोन्मुख(asymptomatic) चरण: एचआईवी कई वर्षों तक लक्षण दिखाई नहीं देते।
अंतिम चरण (एड्स): कमजोर डिफेंस सिस्टम, अवसरवादी संक्रमण( opportunistic infection), वजन घटना, रात को पसीना आना, डायरीया, लगातार थकान होना।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।