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Sex Life: क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सेक्स को लेकर सावधान रहना चाहिए?

हैल्थ: स्तनपान के दौरान महिलाओं को यौन संबंध बनाते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। स्तनपान के समय हार्मोनल बदलाव होते हैं जो योनि में सूखापन पैदा कर सकते हैं, जिससे असुविधा हो सकती है। इस स्थिति में लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करना मददगार हो सकता है।

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Trishala Singh
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Sex During Breastfeeding

(Credits: Freepik)

Should Women Be Cautious During Sex While Breastfeeding: ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं को सेक्स के प्रति सावधान रहना चाहिए या नहीं, यह एक महत्वपूर्ण विषय है, क्योंकि इस समय महिला के शरीर में कई शारीरिक और भावनात्मक बदलाव होते हैं। इस लेख में हम इस विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

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Sex Life: क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सेक्स को लेकर सावधान रहना चाहिए?

1. हार्मोनल बदलाव

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। प्रोलैक्टिन और ऑक्सीटोसिन जैसे हार्मोन स्तनपान के दौरान अधिक मात्रा में उत्पन्न होते हैं। प्रोलैक्टिन दूध उत्पादन को बढ़ावा देता है, जबकि ऑक्सीटोसिन दूध को बाहर निकालने में मदद करता है। यह हार्मोनल बदलाव न केवल स्तनपान प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं, बल्कि महिला की यौन इच्छाओं और प्रतिक्रियाओं को भी प्रभावित कर सकते हैं।

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2. थकान और नींद की कमी

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं को अक्सर नींद की कमी और थकान का सामना करना पड़ता है। नवजात शिशु को हर कुछ घंटे में दूध पिलाने की आवश्यकता होती है, जिससे माँ को पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती। नींद की कमी और थकान का सीधा असर महिला की यौन इच्छा पर पड़ सकता है। इसलिए, सेक्स के बारे में विचार करते समय इस पहलू को ध्यान में रखना ज़रूरी है।

3. शारीरिक बदलाव और संवेदनशीलता

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ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिला के शरीर में शारीरिक बदलाव होते हैं। स्तनों में दूध के कारण संवेदनशीलता बढ़ जाती है, जो कुछ महिलाओं के लिए असहज हो सकती है। इसके अलावा, बच्चे के जन्म के बाद योनि की मांसपेशियों में भी बदलाव हो सकते हैं, जिससे सेक्स के दौरान दर्द या असहजता महसूस हो सकती है। इसलिए, इस समय सेक्स को लेकर सावधानी बरतना जरूरी है।

4. संचार और सहमति

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सेक्स के प्रति सावधान रहने का एक महत्वपूर्ण पहलू है संचार और सहमति। महिला और उसके साथी के बीच खुले और ईमानदार संवाद होना चाहिए। महिला को अपनी भावनाओं, इच्छाओं और सीमाओं को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए, और साथी को भी इसे समझने और सम्मान करने की कोशिश करनी चाहिए। सहमति और समझ के बिना किसी भी प्रकार का शारीरिक संबंध असहज और समस्याग्रस्त हो सकता है।

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5. संक्रमण का खतरा

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं का प्रतिरक्षा तंत्र थोड़ा कमजोर हो सकता है, जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यौन संबंधों के दौरान किसी भी प्रकार की अस्वच्छता या संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक है कि साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाए। योनि संक्रमण या अन्य यौन संचारित रोगों से बचने के लिए सुरक्षित यौन संबंध बनाए रखें और यदि आवश्यक हो, तो कंडोम का प्रयोग करें।

6. यौन इच्छा में कमी

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कुछ महिलाओं को ब्रेस्टफीडिंग के दौरान यौन इच्छा में कमी का अनुभव हो सकता है। हार्मोनल बदलाव, थकान और तनाव इसका मुख्य कारण हो सकते हैं। यह पूरी तरह से सामान्य है और समय के साथ सुधर सकता है। इस समय में साथी का समर्थन और समझ बहुत महत्वपूर्ण है।

7. साथी का सहयोग

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिला को साथी के सहयोग की आवश्यकता होती है। साथी को यह समझना चाहिए कि यह समय महिला के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। महिला की जरूरतों और भावनाओं का सम्मान करना और उसके साथ सहयोग करना महत्वपूर्ण है।

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ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं को सेक्स के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन यह पूरी तरह से व्यक्तिगत है। हर महिला के अनुभव अलग होते हैं और उसे अपने शरीर और मन की सुननी चाहिए। खुले संचार, सहमति और साथी के सहयोग से इस समय को सहज बनाया जा सकता है। यदि किसी भी प्रकार की असहजता या समस्या हो, तो चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लेना उचित रहेगा।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

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