Side Effects Of Late Pregnancy: ऐसा कई बार देखा जाता है कि प्लानिंग न करने से और कई बार फैमिली प्रेशर या फिर लाइफ में हुए कई सारे प्रेगनेंसी प्रॉब्लम के कारण लोग लेट प्रेगनेंसी को स्वीकार कर लेते हैं पर ऐसे में महिलाओं को काफी ज्यादा कॉम्प्लिकेशन से गुजरना पड़ता है। केवल महिलाओं को ही नहीं पेट में पल रहे बच्चे को भी काफी ज्यादा तकलीफों से गुजरना पड़ सकता है। लेट प्रेगनेंसी के प्रॉब्लम से रिकवर करना महिलाओं के लिए काफी ज्यादा मुश्किल भी होता है। आइये जानते हैं कि लेट प्रेगनेंसी से की क्या-क्या नुकसान होते हैं?
लेट प्रेगनेंसी के नुकसान
1. ब्लड प्रेशर
लेट प्रेगनेंसी में अक्सर अधिक ब्लड प्रेशर होने की संभावना रहती है जिसके कारण कई बार अर्ली मजदूर भी हो जाता है। ऐसे में प्रीक्लेम्पसिया जैसी बीमारियों के होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
2. डिलिवरी में प्रॉबलम
उम्र अधिक होने के कारण और ओवरी में एग्स भी धीरे-धीरे रिड्यूस होने के कारण कई बार प्रेगनेंसी में भी समस्या होती है। ऐसे में अक्सर डिलीवरी के टाइम में भी कई सारे कॉम्प्लिकेशंस को झेलना मुश्किल हो जाता है।
3. Miscarrige का खतरा
कई बार प्रेगनेंसी के कुछ ही महीना में काफी सारे कॉम्प्लिकेशन होने के कारण मिसकैरेज भी हो जाता है यह खासकर इसलिए होता है कि कई बार महिला की बॉडी इतनी कमजोर होती है कि उसे बच्चे का भार नहीं उठा पाती।
4. बॉडी पेन
30 के बाद महिलाओं के बॉडी में कैल्शियम की कमी होने लग जाती है। ऐसे में खुद के भार के साथ में प्रेगनेंसी और धीरे-धीरे वजन के बढ़ने पर बॉडी पर काफी ज्यादा जोर पड़ने लग जाता है। ऐसे में बैक पेन, जॉइंट पेन काफी ज्यादा देखा जाता है।
5. लेट रिकवरी
लेट प्रेगनेंसी में अक्सर महिलाओं की रिकवरी काफी ज्यादा कम होती है। डिलीवरी के बाद महिलाओं की शरीर काफी ज्यादा कमजोर हो जाती है। ज्यादा उम्र की महिलाओं में अक्सर डिलीवरी के बाद रिकवर करने में काफी ज्यादा समय लग जाता है।
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