Home Remedies For Boils: बारिश के दौरान लोगों को अक्सर फोड़े फुंसी निकलने लगते हैं यह कुछ कीड़ों से काटने से भी हो सकते हैं। फोड़े दर्दनाक, मवाद से भरे उभार होते हैं जो स्किन के नीचे तब बनते हैं जब बैक्टीरिया बाल कूप या तेल ग्रंथि को संक्रमित करते हैं। लेकिन इन्हें ठीक करने में घरेलू उपचार लक्षणों को कम करने और उपचार को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि यदि गंभीर या ज्यादा बड़ा फोड़ा है तो डॉक्टर से सलाह जरुर ले लें। आप फोड़े-फुंसियों की समस्या से बचने के लिए कुछ घरेलू उपायों को अपना सकते हैं। ये घरेलू उपचार फोड़े के लक्षणों को कम करने और उपचार को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
जानिए क्या हैं फोड़े और फुंसियों को ठीक करने के घरेलू उपाय
1. गर्म सेक
एफेक्टेड एरिया पर गर्म सेक लगाने से फोड़े को ठीक करने, पानी निकालने को और दर्द से राहत पाने में मदद मिल सकती है। गर्म पानी में एक साफ कपड़ा भिगोएँ, अतिरिक्त नमी निचोड़ें और इसे दिन में कई बार 10 से 15 मिनट के लिए फोड़े पर लगाएं।
2. साफ़ सफाई
फोड़े-फुन्सियों को रोकने के लिए अच्छी व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखना आवश्यक है। एफेक्टेड एरिया को हल्के साबुन और गर्म पानी से धीरे से धोकर साफ रखें। फोड़ों को दबाने या फोड़ने से बचें, क्योंकि इससे संक्रमण और बढ़ सकता है।
3. चाय के पेड़ का तेल
चाय के पेड़ का तेल संक्रमण को रोकने और उपचार प्रक्रिया को तेज करने में मदद कर सकता है। चाय के पेड़ के तेल की कुछ बूंदों को नारियल या जैतून का तेल में घोलें और इसे रुई के फाहे का उपयोग करके फोड़े पर लगाएं। प्रतिदिन कई बार दोहराएं।
4. हल्दी
हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और रोगाणुरोधी गुणों वाला एक तत्व है। पेस्ट बनाने के लिए एक चम्मच हल्दी पाउडर में पर्याप्त पानी मिलाएं। पेस्ट को फोड़े पर लगाने के बाद आप इसे किसी साफ कपड़े से बांध दीजिये। जिसके बाद इसे कुछ समय के लिए या रात भर के लिए बंधा रहें दें।
5. लहसुन
लहसुन में प्राकृतिक जीवाणुरोधी गुण होते हैं। कुछ लहसुन की कलियों को कुचल लें और पेस्ट को सीधे फोड़े पर लगाएं। साफ कपड़े या पट्टी से ढकें। इसे 15 से 20 मिनट तक लगाने के बाद हल्के गर्म पानी से धो लीजिये।
6. नीम
नीम, जिसे इंडियन लाइलैक भी कहा जाता है में रोगाणुरोधी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। नीम की पत्तियों को थोड़े से पानी के साथ पीसकर पेस्ट बना लें। पेस्ट को फोड़े पर लगाएं और धोने से पहले सूखने दें। प्रतिदिन कुछ बार दोहराएं।
7. एप्सम नमक से नहाना
एप्सम नमक के साथ नियमित रूप से गर्म स्नान करने से टोक्सिन को बाहर निकालने और उपचार को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। नहाने के गर्म पानी में एक या दो कप एप्सम नमक मिलाएं और उसमें 15 से 20 मिनट तक भिगोकर रखें। बाद में प्रभावित क्षेत्र को साफ पानी से धो लें।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।