Stress Effects on Women's Reproductive System: आज के समय में जहां महिलाएं अपना घर, काम, परिवार सब कुछ देखती हैं। ऐसे में तनाव का होना काफी स्वाभाविक होता है पर यह जरूरी है कि तनाव के होने पर उसे मैनेज किया जाए ना की उसको भी एक परेशानी बना ली जाए। जब एक महिला को तनाव होता है तो उसका सबसे पहला असर उसकी रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर पड़ता है इसीलिए आवश्यक है कि अपने बॉडी को सुचारू रूप से चलने के लिए तनाव प्रबंधन करें। आईए जानते हैं कि तनाव महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर क्या प्रभाव डालता है।
तनाव कैसे महिलाओं के Reproductive System को प्रभावित करता है?
1. हार्मोनल असंतुलन
बॉडी में तनाव के कारण हार्मोन असंतुलन होता है। जिसके कारण अधिक बॉडी वेट, चिड़चिड़ापन और बॉडी में कई सारी ऐसी समस्याएं बढ़ जाती है। जिससे कि शारीरिक समस्या होने का खतरा होता है। स्वस्थ खान-पान से भी हॉर्मोनल असंतुलन को काफी हद तक काम किया जा सकता है।
2. अनियमित पीरियड्स
बॉडी में हार्मोनल असंतुलन और तनाव का सबसे ज्यादा प्रभाव पीरियड पर होता है। ऐसे में अनियमित पीरियड होना, ब्लड फ्लो का बहुत अधिक या ज्यादा होना और काफी अधिक दर्द भी देखा जाता है।
3. समय से पहले मेनोपॉज
बॉडी में हार्मोनल असंतुलन और अनियमित पीरियड्स के कारण कई बार महिलाओं को समय से पहले ही मेनोपॉज का सामना करना पड़ सकता है। अधिक तनाव के कारण मेनोपॉज के लक्षण भी काफी ज्यादा प्रभावी होते हैं। ऐसे में अपना विशेष ध्यान रखना बहुत आवश्यक होता है।
4. प्रेग्नेंसी में कठिनाई
तनाव के कारण बॉडी में बढ़ने वाली हिट से कंसीव करने में काफी ज्यादा समस्या होती है। ऐसे में महिलाओं का ओवुलेशन जल्दी नहीं हो पाता और समस्या बढ़ जाती है ऐसे में डॉक्टर से कंसल्ट करना काफी ज्यादा जरूरी होता है।
5. प्रेग्नेंसी के दौरान समस्या
प्रेगनेंसी के दौरान मां जो भी करती है उसका असर पूरी तरीके से बच्चे पर पड़ता है। इसीलिए जरूरी है कि मां अपने स्ट्रेस को कंट्रोल में रखें। मेडिटेशन और एक्सरसाइज और अपने हॉबीज को फॉलो करें। इन सब चीजों से मूड लाइट रहता है और तनाव भी कम हो सकता है।