Hypothyroidism क्या होता है? किसी भी उम्र में हो सकती है यह बीमारी

Apurva Dubey
11 Oct 2022
Hypothyroidism क्या होता है? किसी भी उम्र में हो सकती है यह बीमारी

यह परेशानी पुरुषो के मुकाबले महिलाओं को अधिक प्रभावित करती है। ज्यादातर 60 वर्ष की उम्र के बाद यह परेशानी अधिक तेज़ी से उभरती है। टाइम टू टाइम ब्लड टेस्ट कराते रहने से इस प्रॉब्लम को पता लगाया जा सकता है और तुरंत इलाज भी शुरू हो जाएगा। कुछ ऐसे विकार है जो थायरॉयड के जोखिम को बढ़ा सकते है, जैसे पिट्यूरी रोग, ऑटोइम्यून डिसऑर्डर व आयोडीन की कमी विकार आदि। चलिए आज के आर्टिकल में आपको हाइपोथॉयराडिज्म क्या होता हैं? के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। 

Hypothyroidism क्या होता है? किसी भी उम्र में हो सकती है यह बीमारी 

हाइपोथायरायडिज्म, यानि आसान शब्दों में कहें तो अंडरएक्टिव थायरॉयड। यह परेशानी तब होती है जब आपका शरीर पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करता है। अब बात आती है कि थायरॉयड क्या है? यह एक तितली के आकार की छोटी ग्लैंड है जो आपके गर्दन के पीछे होती है। थायराइड हार्मोन शरीर कि एनर्जी के यूज़ को कण्ट्रोल करते हैं, इसलिए वे आपके शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित करते हैं, यहां तक कि जिस तरह से आपका दिल धड़कता है। यदि थायराइड हार्मोन पर्याप्त न हो, तो शरीर के बहुत से कार्य की गति धीमी हो जाती है। 

क्या है वजह?

हाइपोथॉयराडिज्म एक नार्मल स्तिथि है जो पुरुषो की तुलना में महिलाओं को अधिक होती है। इसका जोखिम समय और उम्र के साथ बढ़ता रहता है। हालांकि हाइपोथॉयराडिज्म के सामान्य कारण में शामिल है। हशिमोटो रोग हाइपोथायरायडिज्म का सबसे आम कारण में से एक है। थायराइड में सूजन और हॉर्मोन को न बनना भी एक वजह है। 

कुछ दवाएं जो थायराइड हार्मोन के उत्पादन में बाधा डाल सकती हैं और हाइपोथायरायडिज्म को जन्म दे सकती हैं, जिसमें शामिल हैं। आपके थायरॉयड ग्रंथि से रिसाव के लिए संग्रहीत थायराइड हार्मोन का कारण बनता है। सबसे पहले, रिसाव रक्त में हार्मोन के स्तर को बढ़ाता है, जिससे Hypothyroidism होता है।  

Hypothyroidism को टेस्ट 

Hypothyroidism महिलाओं में सामान्य समस्या माना जाता है। जिसके विकास की जांच करने के लिए क्लीनिकल टेस्ट होते हैं। हालांकि चिकिस्तक पहले फिजिकली एक्सामिन करते है और स्वास्थ्य से जुडी समस्या के बारे में कुछ सवाल करते है। यदि महिला गर्भवती है तो हाइपोथॉयराडिज्म की जांच करने की सलाह देते है। 

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