How Can Age Spiced Up Your Sex Life: सेक्स के दौरान जितना ज्यादा आप नई चीजों को एक्सप्लोर करेंगे, आपके लिए उतना ही अच्छा होगा। जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा उतना ही आप का अनुभव बढ़ेगा। यह अनुभव आपकी सेक्सुअल एक्टिविटीज को ज्यादा मजेदार बना सकता है तो ऐसे में हम कह सकते हैं की बढ़ती हुई उम्र के साथ आप सेक्स को भी ज्यादा एंजॉय करने लग जाते हैं क्योंकि आप खुद को जाने लग जाते हैं। आपको अपने बारे में बहुत सारी चीजों का पता चलता है। चलिए आज हम जानते हैं कि कैसे बढ़ती हुई उम्र के साथ आप सेक्स को ज्यादा एंजॉय करने लग जाते हैं-
कैसे बढ़ती उम्र के कारण आप सेक्स को ज्यादा एंजॉय करने लग जाते हैं?
उलझने कम हो जाती हैं
जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाती है वैसे ही आपकी उलझन कम होती जाती है। आप अपनी यौन साइड को पूर्ण रूप से स्वीकार करते हैं। आपके मन में कोई शंका नहीं होती है और आप अपनी सेक्सुअल चॉइस को लेकर खुद को जज भी नहीं करते हैं क्योंकि आप समझ लेते हैं कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। अगर आप सेक्स में स्पेसिफिक डिमांड कर रहे हैं तो यह आपका अधिकार है और जरूरी भी है।
सेक्स सिर्फ ऑर्गेज्म नहीं
बढ़ती हुई उम्र के साथ आप इस बात को भी समझना शुरू कर देते हैं कि सेक्स सिर्फ ऑर्गेज्म तक पहुंचाना नहीं है। यह एक जर्नी है जिसे इंजॉय करना बहुत जरूरी है। सेक्स के दौरान फोरप्ले और आफ्टरकेयर भी बहुत जरूरी है। सेक्स सिर्फ पेनिट्रेशन नहीं है। इसमें बहुत सारी चीजें शामिल होती हैं और इन सभी चीजों को मिलाकर ही आप पूर्ण रूप से सेक्स को एंजॉय कर सकते हैं। यह चीज आप अनुभव के साथ ही सीखते हैं क्योंकि आप इनकी भूमिका को समझ लेते हैं।
अपनी शारीरिक जरूरतें समझते हैं
बढ़ती हुई उम्र के साथ आपका अनुभव भी बढ़ता है जिसके कारण आपको पता होता है कि आपकी क्या जरूरत है। आप पार्टनर को झट से बता देते कि आप क्या चाहते हैं। लेकिन वहीं पर जब आपके पास अनुभव कम होता है या फिर आपकी कम उम्र होती है तो आप अपनी जरूरत नहीं बता पाते हैं क्योंकि आप खुद को जानते ही नहीं है। बढ़ती उम्र के साथ आप खुद को एक्सप्लोरर करना शुरू कर देते हैं। आप अलग-अलग पोजीशन ट्राई करते हैं। आप सेक्स टॉयज का इस्तेमाल करते हैं। पार्टनर के साथ भी सेक्स को एंजॉय करते हैं और अकेले भी।
पार्टनर के साथ बॉन्डिंग
अनुभव होने के कारण आपकी पार्टनर के साथ एक बॉन्डिंग भी बन जाती है। जब आप एक Monogamous, रिलेशनशिप में होते हैं जिसका मतलब है कि आप एक ही पार्टनर के साथ यौन और रोमांटिक रिलेशनशिप रखते हैं तो बढ़ती हुई अनुभव और समय के कारण आपकी उनके साथ एक बॉन्डिंग हो जाती है जो सेक्स में भी पॉजिटिव तरीके से दिखाई देती है। आप सेक्स के दौरान पार्टनर के सामने बिल्कुल वल्नरेबल हो जाते हैं ।आपको कोई भी शर्म या गिल्ट नहीं होता।
खुद को स्वीकार करना सीखते हैं
एजिंग के साथ ही आप खुद को स्वीकार करना सीखते हैं। आपके अंदर इनसिक्योरिटी खत्म हो जाती हैं। आप अपने आप को पूर्ण रूप से स्वीकार करते हैं। आप अपनी कमियों को लेकर चिंतित नहीं होते बल्कि उन्हें सुधारने की कोशिश करते हैं। आप हर दिन कुछ नया सीखने हैं क्योंकि आप जानते हैं कि लर्निंग एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है और जब आप अपनी सेक्सुअल जर्नी में हर दिन कुछ नया ऐड करना शुरू कर देते हैं तब आप अपनी सेक्सुअल लाइफ को भी ज्यादा मजेदार बना लेते हैं।