How Communication Transforms Sex: सेक्स के दौरान कम्युनिकेशन बहुत जरूरी है लेकिन बहुत सारे लोग इसे इग्नोर कर देते हैं। उन्हें लगता है कि सेक्स के दौरान हमें सिर्फ इंटिमेट होना है। इसमें बातचीत का कोई भी काम नहीं है। लेकिन यह सबसे बड़ी गलतफहमी है। सेक्स के दौरान लगातार बातचीत करते रहना और अपनी जरूरत से पार्टनर को अवगत रखने से आप अपने सेक्सुअल प्लेजर को बढ़ा सकते हैं और ऑर्गेज्म तक पहुंच सकते हैं। चलिए आज जानते हैं कि सेक्स के दौरान बातचीत करने से क्या प्रभाव पड़ता है ?
Sex के दौरान बातचीत का प्रभाव कैसे पड़ता है?
इंटिमेसी
सेक्स के दौरान इंटिमेसी होना बहुत जरूरी है। इससे आप पार्टनर के करीब पहुंचते हैं और एक दूसरे के साथ कंफर्टेबल हो जाते हैं। आपके बीच में एक बॉन्ड बनता है लेकिन बहुत सारे कपल ऐसा कर नहीं पाते हैं। इसकी एक वजह यह भी है कि उनके बीच में इंटिमेसी नहीं होती। जब उनके बीच में एक कम्युनिकेशन गैप आ जाता है तो वह उनके प्लेजर को या फिर इंटिमेसी को कम कर देता है। इसलिए हमेशा सेक्स के दौरान बातचीत करनी चाहिए। इससे आपके बीच में इंटिमेसी बढ़ेगी।
लुब्रिकेंट
सेक्स के दौरान बहुत सारे लोग दर्द महसूस करते हैं या फिर सेक्सुअल एक्टिविटी स्मूथ नहीं होती है। इसका एक कारण यह भी है कि वे लुब्रिकेंट यूज नहीं करते हैं और सेक्स के दौरान पार्टनर को इस बारे में बताते भी नहीं है कि आपको दर्द हो रहा है या फिर आप अनकंफरटेबल महसूस करते हैं। महिलाओं को अक्सर ही वजाइनल ड्राइनेस की समस्या हो जाती है लेकिन अगर आप लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करते हैं तो इस समस्या से राहत मिल सकती है। इसके बारे में आपको अपने पार्टनर को बताना होगा और यह सिर्फ बातचीत से संभव हो पाएगा।
सेक्स टॉयज
बहुत सारे लोग पार्टनर के साथ सेक्स टॉयज इस्तेमाल करना तो चाहते हैं लेकिन इसके बारे में बोलते नहीं है। अगर आप पार्टनर को बताएंगे नहीं कि आप सेक्स के दौरान क्या करना चाहते हैं तो आपके बीच में गैप रहेगा। सेक्स टॉयज से आप ऑर्गेज्म तक आसानी से पहुंच सकते हैं। आप अलग-अलग एक्टिविटीज को ट्राई कर सकते हैं। इसलिए आपको हमेशा ही पार्टनर से सेक्स टॉयज के बारे में बातचीत करनी चाहिए ।
पसंद और नापसंद
बहुत सारे लोगों को अपने पार्टनर की पसंद और नापसंद के बारे में ही नहीं पता होता है। उन्हें सिर्फ अपने प्लेजर की चिंता होती है लेकिन पार्टनर के प्लेजर के बारे में सोचते नहीं है। अक्सर ऐसा महिलाओं के साथ होता है जिसके कारण उन्हें फेक ऑर्गेज्म का दिखावा करना पड़ता है। वही जब आप बातचीत करते हैं और सेक्स के दौरान पार्टनर को फीडबैक देते रहते हैं कि आपको क्या अच्छा लग रहा है और क्या नहीं तो इससे पार्टनर भी आपके बारे में जानने लग जाता है और पार्टनर भी आपको अपने बारे में बताता है तो आप उनके बारे में भी जाने लग जाते हैं।
कंसेंट
सेक्स के दौरान कंसेंट बहुत जरूरी है लेकिन लोग बातचीत ही नहीं करते हैं तो कंसेंट भी गायब हो जाती है। इसलिए सेक्स के दौरान कंसेंट लेने के लिए आपको पार्टनर्स के साथ बातचीत जरूर करनी चाहिए। आपके पार्टनर से बार-बार सेक्स के दौरान कंसेंट लेनी चाहिए और अगर पार्टनर सेक्स के दौरान ब्रेक मांगता है या फिर रुकना चाहता है तो रुक जाना चाहिए। पार्टनर के कंफर्ट का ध्यान भी रखना आपकी जिम्मेदारी है।