How Self-Acceptance Enhances Sex: बहुत सारे लोग सेक्स के दौरान कॉन्फिडेंट महसूस नहीं करते जिस कारण वे इसे एंजॉय नहीं कर पाते। सेक्स को एंजॉय करने के लिए बहुत सारी चीजें मैटर करती हैं जिसमें से एक यह भी है कि आप खुद को कितना स्वीकार करते हैं और खुद के साथ कितने कंफर्टेबल हैं। बहुत सारे लोगों को बॉडी इमेज इश्यूज होते हैं या फिर उन्हें अपने आप पर डाउट होता है जिस कारण वो सेक्स को एंजॉय नहीं कर पाते। उन्हें लगता है कि उनका पार्टनर उन्हें जज करेगा या फिर उनके ऊपर परफॉर्मेंस का दबाव आ जाता है। आज हम जानेंगे कि कैसे कैसे खुद को स्वीकार करना सेक्स को इंप्रूव कर सकता है?
कैसे खुद को स्वीकार करना सेक्स में आनंद को बढ़ावा देता है?
जब आप खुद को स्वीकार करते हैं और परफेक्ट बनने की कोशिश नहीं करते तो सेक्स के दौरान इसके पॉजिटिव असर दिखाई देते हैं। इससे आपका कॉन्फिडेंस बढ़ता है। आप हर चीज के बारे में मुखर होते हैं। आप पार्टनर के साथ हर बात शेयर करते हैं और आपके अंदर कोई झिझक नहीं होती। आप पार्टनर को बताते हैं कि आपको क्या अच्छा लगता है और क्या नहीं। इस तरह पार्टनर के साथ गहरा संबंध बनता है और इंटिमेसी बनती है। जब आप पार्टनर के साथ खुलकर बातचीत करते हैं और आपके बीच में कोई बैरियर नहीं होता है तब आपको ज्यादा प्लेजर मिलता है। इसके साथ ही आप सेक्स के दौरान संतुष्ट महसूस करते हैं। ऐसे में आपके ऊपर कोई दबाव या स्ट्रेस नहीं होता है कि आपको सेक्स के दौरान अच्छा परफॉर्म करना है या फिर ऑर्गेज्म तक पहुंचना है। आप ज्यादातर फॉक्स सेक्स को एंजॉय करने में करते हैं।
सेक्स के दौरान इस तरह व्यक्त करें आत्म-स्वीकृति
सेक्स के दौरान आप खुद को बहुत सारे तरीकों से खुद को स्वीकार कर सकते हैं जैसे सेक्स करने के लिए कोई भी स्पेसिफिक बॉडी नहीं होती है। हम सब यूनिक है और आप अपनी बॉडी में परफेक्शन लाने की कोशिश करते। इसके साथ ही आप सेक्स के दौरान परफॉर्मेंस की चिंता छोड़कर प्लेजर पर ध्यान देना शुरू करें। आपको मंजिल तक पहुंचने से ज्यादा सफर पर ध्यान देना चाहिए। अगर आप सफर को इंजॉय नहीं करेंगे और मंजिल तक पहुंच जाएंगे तो आप इतने संतुष्ट नहीं होंगे। इसके साथ ही पार्टनर के साथ कंसेंट और बाउंड्रीज को डिस्कस करना कभी मत भूलें क्योंकि आप मैटर करते हैं और नहीं का मतलब 'नहीं' होता है।
खुद को स्वीकार करना है सिर्फ सेक्स के दौरान नहीं बल्कि ओवरऑल लाइफ पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। आप खुद को बहुत सारे सामाजिक बंधनों से आजाद कर देते हैं जिसके कारण आप खुश रहना शुरू कर देते हैं। आपको अपनी कमियों में भी अच्छाइयां दिखाई देती हैं जिस कारण आप सेक्स के दौरान भी अच्छा ही ढूंढने की तरफ भागते हैं। आप खुद की कमियों के कारण खुद को जज करना बंद कर देते हैं और हमेशा ही प्लेजर के ऊपर ध्यान देते हैं। इसके साथ ही आप पार्टनर को भी कंफर्टेबल फील करवाते हैं और अलग-अलग चीजों को एक्सप्लोर करते हैं।