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Is Bleeding During Intercourse Normal Or Not? हमारा शरीर एक जटिल संरचना है और उसके साथ जुड़े अनुभव भी अलग-अलग हो सकते हैं। सेक्सुअल रिलेशन के दौरान होने वाली हर प्रतिक्रिया सामान्य नहीं होती, लेकिन कई बार यह चिंता का कारण भी नहीं होती। इंटरकोर्स के दौरान ब्लीडिंग एक ऐसा ही विषय है जो बहुत सी महिलाओं को भ्रमित करता है। इस आर्टिकल में आइये जानते हैं कि क्या इंटरकोर्स के समय ब्लीडिंग सामान्य होती है या इसके पीछे कोई गंभीर कारण हो सकता है।
Know Your Body: इंटरकोर्स के समय ब्लीडिंग होना सामान्य है या नहीं?
पहली बार संबंध बनाने पर ब्लीडिंग होना कितना सामान्य है
इंटरकोर्स के दौरान ब्लीडिंग होना कई महिलाओं के लिए चिंता का विषय बन जाता है, लेकिन जरूरी नहीं कि हर स्थिति गंभीर हो। पहली बार सेक्स के समय हल्का ब्लीडिंग होना सामान्य माना जाता है। यह हाइमन के फटने के कारण होता है, जो कि एक पतली झिल्ली होती है और इंटरकोर्स के दौरान फट सकती है। यह आमतौर पर हल्की ब्लीडिंग होती है जो कुछ देर में बंद हो जाता है और चिंता की बात नहीं होती।
अन्य सामान्य कारण जो सेक्स के बाद ब्लीडिंग का कारण बन सकते हैं
कुछ सामान्य कारणों में वजाइनल ड्राईनेस, पर्याप्त लुब्रिकेशन की कमी या रफ इंटरकोर्स शामिल हैं। इन कारणों से वजाइना की भीतरी सतह पर मामूली कट या खरोंच हो सकते हैं जिससे हल्का खून आ सकता है। हार्मोनल गर्भनिरोधक गोलियों के कारण भी स्पॉटिंग हो सकती है और कुछ महिलाओं को ओवुलेशन के समय भी हल्की ब्लीडिंग होती है।
बार-बार या अधिक ब्लीडिंग हो तो क्या करें
हालांकि, अगर ब्लीडिंग बार-बार हो रही हो या बहुत अधिक हो, तो यह सामान्य नहीं माना जाता। इस स्थिति में डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है क्योंकि इसके पीछे यूटेरस या सर्विक्स से जुड़ी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं जैसे कि पॉलिप्स, इंफेक्शन या यहां तक कि सर्वाइकल कैंसर। समय रहते जांच करवाना इन समस्याओं के इलाज में मदद कर सकता है।
किन लक्षणों के साथ सतर्क हो जाना चाहिए
अगर सेक्स के बाद लगातार ब्लीडिंग हो रही हो, डिस्चार्ज में बदबू हो, पेट के निचले हिस्से में दर्द हो या सेक्सुअल रिलेशन के दौरान अत्यधिक दर्द महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसे लक्षण किसी गाइनोकॉलॉजिकल समस्या का संकेत हो सकते हैं और इसके लिए विशेषज्ञ की राय लेना जरूरी है।
अपने शरीर को समझें और खुलकर बात करें
अपने शरीर की प्रतिक्रियाओं को समझना बहुत जरूरी है। हल्की ब्लीडिंग हर बार चिंता की बात नहीं होती, लेकिन बार-बार या असामान्य ब्लीडिंग को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। अपने शरीर को जानना, खुले मन से समस्या को स्वीकार करना और सही समय पर डॉक्टर से संपर्क करना महिला स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी कदम है।