Anorgasmia: जानिए महिलाओं के Orgasm तक न पहुंच पाने के क्या कारण हो सकते हैं?

महिलाओं में ऑर्गैज़्म तक न पहुंचने के कई कारण हो सकते हैं। जब महिलाओं को ऑर्गैज़्म तक पहुंचने में कठिनाई होती है, तो उसे मेडिकल भाषा में एनऑर्गैज़्मिया (Anorgasmia) कहा जाता है।

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Rajveer Kaur
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महिलाओं में ऑर्गैज़्म तक न पहुंचने के कई कारण हो सकते हैं। जब महिलाओं को ऑर्गैज़्म तक पहुंचने में कठिनाई होती है, तो उसे मेडिकल भाषा में एनऑर्गैज़्मिया (Anorgasmia) कहा जाता है। इस समस्या में ऑर्गैज़्म या तो बहुत देर से होता है, कभी-कभी होता है और कभी नहीं होता, या फिर बिल्कुल ही नहीं होता। कई बार यौन उत्तेजना और अराउज़ल होने के बावजूद भी ऑर्गैज़्म नहीं हो पाता।

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Anorgasmia: जानिए महिलाओं के Orgasm तक न पहुंच पाने के क्या कारण हो सकते हैं?

एनऑर्गैज़्मिया लाइफ़लॉन्ग भी हो सकता है, यानी जब कभी जीवन में ऑर्गैज़्म का अनुभव ही न हुआ हो। यह सिचुएशनल भी हो सकता है, यानी कुछ परिस्थितियों में ऑर्गैज़्म न हो पाना। इसके अलावा, कुछ मामलों में यह समस्या बाद में भी विकसित हो सकती है, जब पहले ऑर्गैज़्म होता था लेकिन अब किसी भी परिस्थिति में नहीं होता।

व्यक्तिगत और मनोवैज्ञानिक कारण

एनऑर्गैज़्मिया के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कुछ व्यक्तिगत और मानसिक (साइकोलॉजिकल) होते हैं। अगर आपके पिछले अनुभवों में एब्यूज़ शामिल रहा हो, या आपको यौन संबंधों और इंटरैक्शन के बारे में पर्याप्त जानकारी न हो, तो यह समस्या आ सकती है।

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इसके अलावा, बॉडी इमेज इश्यूज़, सेक्स को लेकर अपराधबोध या शर्मिंदगी भी ऑर्गैज़्म तक पहुंचने में बाधा डाल सकती है। बहुत बार ऐसा भी होता है कि सांस्कृतिक या धार्मिक मान्यताएं महिलाओं को सेक्स का आनंद लेने से रोकती हैं।

मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं जैसे एंज़ायटी और डिप्रेशन भी ऑर्गैज़्म को प्रभावित कर सकती हैं।

रिश्तों और भावनात्मक कारण

अगर आपके और आपके पार्टनर के बीच का रिश्ता संतुलित या स्वस्थ नहीं है, तो यह भी एक बड़ा कारण हो सकता है। इमोशनल इंटिमेसी की कमी, लगातार झगड़े, संवाद न होना या अपनी ज़रूरतों और समस्याओं को खुलकर न बता पाना तो ये सब ऑर्गैज़्म की संभावना को कम कर देते हैं।

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अगर पार्टनर समझ नहीं पाता, असंतुलन लाता है, या आप दोनों के बीच भरोसे की कमी है, तो यह भी यौन संतुष्टि पर असर डालता है। इसके अलावा, कभी-कभी पार्टनर को भी सेक्शुअल डिसफंक्शन हो सकता है, जिससे समस्या और बढ़ जाती है।

शारीरिक और स्वास्थ्य संबंधी कारण

कई बार यह समस्या शारीरिक कारणों से भी जुड़ी होती है। डायबिटीज, ओवरएक्टिव ब्लैडर, या गायनेकोलॉजिकल सर्जरी के बाद भी एनऑर्गैज़्मिया हो सकता है। कुछ दवाइयों के साइड-इफ़ेक्ट भी इसका कारण बनते हैं। इसके अलावा अल्कोहल का सेवन और स्मोकिंग भी इस समस्या को बढ़ाते हैं। स्मोकिंग की वजह से शरीर में ब्लड फ्लो प्रभावित होता है और पर्याप्त रक्त यौन अंगों तक नहीं पहुंच पाता, जिससे उत्तेजना और ऑर्गैज़्म बाधित हो जाता है।

एनऑर्गैज़्मिया एक सामान्य लेकिन जटिल समस्या है, जिसके पीछे कई तरह के कारण हो सकते हैं जैसे मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक। इसे नज़रअंदाज़ करने के बजाय, समय पर मदद लेना ज़रूरी है। सही जानकारी, खुली बातचीत और आवश्यकता पड़ने पर मेडिकल या साइकोलॉजिकल काउंसलिंग से इस समस्या का समाधान संभव है।