सोशल मीडिया का यह खुलापन जहाँ सकारात्मक अनुभव ला सकता है, वहीं गलतफहमियों और नकारात्मकता को भी जन्म दे सकता है। कई बार लोग अनजाने में या भावनाओं में बहकर ऐसी बातें कह देते हैं जिससे दूसरों की भावनाएं आहत होती हैं।
इस लेख को साझा करें
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे