अपने लाइफ में आगे बढ़ने के लिए आपको कदम - कदम पर क्रिटिसिज्म सुनना और सहना पड़ेगा ही, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हम क्रिटिसिज्म को इतना सीरियसली ले लेते हैं। जिसके कारण हम बहुत ज्यादा हर्ट हो जाते हैं
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