Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में अपने पहले ही प्रयास में क्वार्टरफाइनल तक पहुंचने वाली 18 वर्षीय तीरंदाज भजन कौर का सफर भले ही रुक गया हो, लेकिन उन्होंने अपने खेल से सबको प्रभावित किया है।
18 वर्षीय तीरंदाज भजन कौर ओलंपिक से बाहर, लेकिन प्रदर्शन शानदार
क्वार्टरफाइनल में शिकस्त
भारत की उभरती हुई तीरंदाजी सनसनी भजन कौर का ओलंपिक सफर क्वार्टरफाइनल में रुक गया। उन्होंने कड़े मुकाबले में 5-6 से हार का सामना किया। हालांकि, इतनी कम उम्र में ओलंपिक के इस बड़े मंच पर पहुंचना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
प्रतिभा की झलक
भजन कौर ने तीरंदाजी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन काफी कम उम्र से ही शुरू कर दिया था। खेल के प्रति उनके जुनून ने उन्हें ओलंपिक तक पहुंचाया।
भजन कौर ने अपने पहले ही ओलंपिक में देश का नाम रोशन किया है। हालांकि, क्वार्टरफाइनल में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपने खेल से साबित कर दिया कि वह भारतीय तीरंदाजी का भविष्य हैं। आने वाले समय में उनसे और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
Bhajan Kaur: भारत की नई तीरंदाजी सनसनी ने जीता दिल, ओलंपिक में किया कमाल
अनवरत जुनून वाली एक तीरंदाजी प्रतिभा
भजन कौर की प्रतिभा के शुरुआती संकेत मिले और उन्होंने स्कूल में ही तीरंदाजी में रुचि दिखाई। उनकी यात्रा अधिकांश खिलाड़ियों की तरह ही कम उम्र में शुरू हुई, लेकिन उनकी खासियत अपने कौशल को निखारने और ओलंपिक जैसे बड़े लक्ष्य को पाने के लिए उनके अटूट जुनून में थी।
Bhajan Kaur 6️⃣ - 0️⃣ Wioleta 🇵🇱 in R32
— The Khel India (@TheKhelIndia) July 30, 2024
Bhajan beats Polish archer with brilliant accuracy and moves to Round of 16 🇮🇳♥️#Archery #Paris2024Olympic pic.twitter.com/LCK5Eo58el
भजन कौर के बारे में 10 तथ्य
- तीरंदाजी का जुनून: स्कूली दिनों से ही तीरंदाजी में रुचि जागी और आज वो देश का चेहरा हैं।
- टाटा आर्चरी अकादमी का सितारा: तीन साल से अधिक समय तक टाटा आर्चरी अकादमी में निखारी अपनी प्रतिभा।
- कोरियाई कोच का सानिध्य: लिम चए वूंग के मार्गदर्शन में पहुंची नई ऊंचाइयों पर।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूम मचाना: एशियाई खेलों और विश्व कप में कई पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया।
- ओलंपिक का सपना: कड़ी मेहनत और लगन से पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई किया।
- युवाओं के लिए प्रेरणा: अपनी सफलता से लाखों युवाओं को खेलों के प्रति प्रेरित कर रही हैं।
- टीम स्पिरिट: टीम इवेंट्स में भी शानदार प्रदर्शन कर देश के लिए सम्मान लाया।
- फोकस और दृढ़ता: हर निशाने पर एकाग्रता और दृढ़ इच्छाशक्ति उनकी ताकत है।
- आत्मविश्वास से लबालब: हर चुनौती का सामना हंसते हुए करती हैं।
- भारत की उदीयमान तीरंदाज: देश को जल्द ही और कई उपलब्धियां दिलाने का वादा करती हैं।
पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफायर में शानदार प्रदर्शन
पेरिस ओलंपिक 2024 में अपनी सीट हासिल करने के लिए, कौर को क्वालीफायर में अपना रास्ता बनाना पड़ा। अंतिम ओलंपिक क्वालीफायर अंताल्या, तुर्की में आयोजित किए गए, जहां से पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए एथलीटों का चयन किया जाना था। इस प्रतियोगिता में प्रसिद्ध और कुशल तीरंदाज दीपिका कुमारी को पहले ही राउंड में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन भजन कौर ने क्वालीफायर में स्वर्ण पदक हासिल किया और ग्रीष्मकालीन खेलों के लिए व्यक्तिगत कोटा हासिल किया।
उन्होंने ईरान की शीर्ष वरीयता प्राप्त मोबिना फलाह को 6-2 से शानदार जीत हासिल कर स्वर्ण पदक जीता। तब से, दुनिया भर के लोगों द्वारा उनके ओलंपिक प्रदर्शन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। महिला व्यक्तिगत रैंकिंग राउंड के लिए तीरंदाजी खेल गुरुवार, 25 जुलाई, 2024 को और महिला टीम के सभी राउंड के लिए रविवार, 28 जुलाई, 2024 को निर्धारित है।