Paris Olympics 2024: श्रेयासी सिंह का नाम भारतीय निशानेबाजी जगत में चमकदार सितारे की तरह चमक रहा है। बिहार की इस राजनीतिज्ञ ने खेल के मैदान से लेकर चुनावी रणभूमि तक अपने हुनर का लोहा मनवाया है। शूटर के रूप में उनके पास कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिताब हैं, वहीं राजनीति में भी उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
Shreyasi Singh: जानिए कैसे इस बिहार की राजनीतिज्ञ ने खेल और राजनीति दोनों क्षेत्रों में अपनी छाप छोड़ी
कौन हैं श्रेयासी सिंह?
श्रेयासी सिंह के परिवार का निशानेबाजी से गहरा नाता रहा है। उनके पिता और दादा दोनों ही नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसी वजह से शूटिंग के प्रति उनका झुकाव बचपन से ही रहा। उनकी माँ और पिता दोनों ही बिहार से सांसद रहे हैं, जिसने शायद राजनीति में आने की प्रेरणा भी दी होगी।
खेल के मैदान पर श्रेयासी की दमदार उपस्थिति
श्रेयासी ने साल 2013 में कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वालीफाई करके अपने सीनियर करियर की शुरुआत की। 2014 में ग्लासगो में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने डबल ट्रैप इवेंट में रजत पदक जीतकर अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया। इसके बाद 2018 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया। इसके अलावा, उन्होंने साल 2017 में बिहार का प्रतिनिधित्व करते हुए 61वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता।
साल 2023 में नई दिल्ली में हुए 63वें नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में श्रेयासी ने महिला ट्रैप स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर एक बार फिर देश का नाम रोशन किया। यह उनके करियर का चौथा राष्ट्रीय खिताब था, लेकिन महिला ट्रैप में यह पहली बार था।
राजनीति में भी सक्रिय श्रेयासी सिंह
खेल के साथ-साथ श्रेयासी सिंह ने राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमाई। साल 2020 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं और बिहार विधानसभा चुनाव में जमुई सीट से जीत दर्ज की। उनकी इस शानदार उपलब्धि के लिए उन्हें साल 2018 में अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।