10 Essential Tests Every Woman Must Do Before Turning 30: आजकल महिलाएं कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रही हैं। जिसे देखते हुए समय रहते स्वास्थ्य से जुड़ी खतरे से बचने के लिए हेल्थ स्क्रीनिंग करानी बहुत जरूरी होती है। इससे स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या को कम उम्र में ही डायग्नोसिस करके ट्रीटमेंट शुरू किया जा सकता है, इसलिए 30 के उम्र से पहले तक ये टेस्ट ज़रुर करवा लेनी चाहिए।
30 उम्र से पहले हर महिला को करवा लेनी चाहिए ये 10 टेस्ट
1. एचपीवी टेस्ट
वैसे तो पैप टेस्ट 21 के उम्र से ही शुरु कर देनी चाहिए और हर 3 साल पर कराते रहना चाहिए। वहीं, पैप के साथ एचपीवी टेस्ट भी 30 की उम्र से शुरू कर लेना बेहतर होता है। जिसे आप हर 5 साल पर दोबारा जांच करा सकते हैं।
2. एसटीडी टेस्ट
यह एक यौन संचारित रोग है। यदि आप सेक्सुअली तौर पर एक्टिव हैं, तो अपने सेक्सुअल हेल्थ के बारे में जानना बेहद जरूरी है, इसलिए जितनी जल्द हो सके समय रहते सेक्सुअल हेल्थ स्क्रीनिंग आपको शुरू कर देनी चाहिए।
3. डायबिटीज स्क्रीनिंग
डायबिटीज स्क्रीनिंग हर महिला को 35 की उम्र में शुरु करने होते हैं और इसे हर 3 साल पर जांच कराते रहना चाहिए, लेकिन इससे जुड़ी कोई यदि समस्या है तो स्क्रीनिंग पहले ही शुरू कर दें। यह आमतौर पर फैमिली हिस्ट्री, ओवरवेट और हाई ब्लड प्रेशर जैसे कारकों पर निर्भर करता है।
4. मैमोग्राम जांच
अगर आपकी कोई फैमिली हिस्ट्री नहीं है, तो आप पहला मैमोग्राम 40 के उम्र से शुरु करें। उसके बाद हर साल इस टेस्ट को कराते रहें और वहीं समय से पहले मैमोग्राम उन महिलाओं को शुरु कर देनी चाहिए, जिनके फैमिली में किसी भी तरह के ब्रेस्ट कैंसर का हिस्ट्री रहा हो।
5. स्किन चेकअप
18 साल की उम्र के बाद प्रति महीने आप अपने स्किन की जांच कराते रहें। साथ ही अपने चेहरे पर किसी भी तरह के बदलाव को ध्यान देते रहें, ताकि समय रहते उपचार कराया जा सकें।
6. कोलेस्ट्रॉल जांच
कोलेस्ट्रॉल स्क्रीनिंग वैसे तो 45 के उम्र से शुरू करनी चाहिए, लेकिन वो तब ही जब आपको कोइ जोखिम कारक नहीं दिखते हो। यदि कोई जोखिम कारक दिख रहे जैसे- डायबिटीज़, हार्ट और किडनी से जुड़ी बीमारी तो ऐसे में आप कोलेस्ट्रॉल जांच 20 के उम्र से ही शुरु कर दें।
7. लंग्स कैंसर स्क्रीनिंग
यदि आप स्मोक करती हैं या फिर आपकी स्मोकिंग की हिस्ट्री रही है, तो आपको लंग्स कैंसर स्क्रीनिंग 50 की उम्र से ही शुरु कर देनी पड़ेगी।
8. बोन डेंसिटी टेस्ट
यह टेस्ट आमतौर पर हड्डियों की मज़बूती का पता लगाने के लिए किया जाता है। ऐसे में बोन की डेंसिटी जितनी कम होगी। उसके ब्रेक होने के चांसेस भी उतने कम होते हैं। यदि आपको इससे जुड़ी कोई जोखिम कारक दिख रहे हैं, तो इसे आप 50 के उम्र में शुरू कर सकते हैं। हालांकि, सामान्य गाइडलाइंस के मुताबिक इसे 65 की उम्र से शुरु करनी चाहिए और हर 3 साल पर रिपीट करते रहना चाहिए।
9. हियरिंग टेस्ट
सुनने में दिक्कत आपके मेंटल प्रक्रिया को इफेक्ट कर सकता है और आपकी लाइफ की क्वालिटी को भी कम कर सकता है, इसलिए आपको 50 के उम्र तक हर 10 साल में एक हियरिंग टेस्ट ज़रुर कराते रहना चाहिए।
10. नेत्र परीक्षण
गाइडलाइंस के अनुसार नेत्र परिक्षण 18 उम्र से ही शुरु हो जानी चाहिए। उसके बाद प्रति 2 वर्ष करके 60 उम्र तक कराते रहना चाहिए। वहीं, 60 से ज्यादा उम्र में आप साल में एक बार परीक्षण करा सकती हैं।