5 Common Breastfeeding Problems: एक महिला के जीवन का सबसे सुखमय पल मां बनना होता है। जिसे लेकर हर महिला बेसब्री से इंतजार करती है, लेकिन इस सुखमय पल में थोड़ी बहुत मुश्किलें भी आती हैं। खासतौर पर बच्चे के जन्म के बाद स्तनपान कराते वक्त। इस समय हर महिला को बहुत खास अनुभव होता है। इस समय मां व बच्चे दोनों को थोड़ी बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। जिससे निपटने के लिए एक मां को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रहना जरूरी होता है।
ब्रेस्टफीडिंग से जुड़ी समस्याएं
1. निपल्स में दर्द
डिलीवरी के बाद पहले सप्ताह में निपल्स में दर्द होना सामान्य है, लेकिन यदि यह दर्द बढ़ते जा रहा है और असहनीय हो रहा तो यह किसी समस्या का संकेत हो सकता है। आमतौर पर निपल्स में दर्द खराब लैच- ऑन के कारण होते हैं। हालांकि, इसे आसानी तरह से ठीक किया जा सकता है, जब मां बच्चे को लैच करने में मदद करें।
2. स्तन में भारीपन होना
बच्चे के जन्म के कुछ दिन बाद स्तन में भारीपन महसूस होना एक आम समस्या है। यह तब होता है, जब स्तन में ज्यादा दूध बनने लगता है, लेकिन किसी कारणवश स्तन से पर्याप्त मात्रा में दूध बाहर नहीं आ पाता। जिसके कारण स्तन में भारीपन महसूस होने के साथ-साथ ब्रेस्ट में सूजन भी आ जाती है। जिसे छूने में भी दर्द महसूस होने लगता है।
3. रिसता हुआ ब्रेस्ट
यह एक सामान्य समस्या है, जो डिलीवरी के 5 से 6 महीने तक बना रहता है। यह ऑक्सीटोसिन हार्मोन के कारण होता है। जिसका कार्य ब्रेस्ट से मिल्क को रिलीज करना होता है। जब भी मां बच्चे को देखती है, उसका रोना सुनती है या उसके बारे में सोचती है तो उस समय ब्रेस्ट रिस सकता है।
4. लो मिल्क सप्लाई
यह ब्रेस्ट अच्छी तरह से ड्रेन नहीं हो पाने के कारण होता है। ब्रेस्ट का यूज मिल्क के उत्पादन के लिए होता है, लेकिन जब ब्रेस्ट के पास सफिशिएंट दूध की मात्रा होती है । तब दूध के उत्पादन में कमी आती है। इसके लिए जरूरी है कि आप समय-समय पर अपने बच्चे को फीड करते रहें और स्तन को ड्रेन करें।
5. लैचिंग की समस्या
लैचिंग की समस्या बहुत से कारणों से होती हैं। यह शिशु को सही ढंग से निप्पल पर पकड़ नहीं बनाने से भी होता है। जिसे निप्पल में दर्द या घाव की समस्या हो सकती है।