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महिलाओं को कंडोम खरीदने पर जज क्यों किया जाता है?

ओपिनियन | टॉप-विडियोज़: सेक्स एजुकेशन की समझ होना दोनों लड़की और लड़के का अधिकार है। इसकी समझ ना होने के कारण कई बार लड़कियों को पता ही नहीं होता की वह सेफ सेक्स कर रही है या नहीं। जानें अधिक इस ब्लॉग में-

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Vaishali Garg
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Why should women be judged carrying condom

Why should women be judged carrying condom

Sex And Condom: हमारे समाज में देखा जाए तो सेक्स को एक बहुत बड़ा टैबू टॉपिक माना जाता है। सेक्स के लिए पूछना और आगे बढ़ने का हक केवल पुरुषों का होता है ऐसा हमारे समाज में माना जाता है। सेक्स किसी भी महिला और पुरुष की एक बेसिक जरूरत है। जिस तरह प्रत्येक व्यक्ति को खाने और पीने की जरूरत होती है ठीक उसी तरह ह्यूमन बॉडी को सेक्स की नीड होती है। समाज आपको क्या कहता है इससे फर्क नहीं पड़ना चाहिए। 

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क्या सेफ सेक्स करना क्राइम होता है? लेकिन ऐसी सोसाइटी से क्या एक्सपेक्ट किया जाए जो महिला के पर्स में रखे सेनेटरी पैड से कैरक्टर जज कर देते हैं। महिला यदि चाहती है अपने पार्टनर के साथ सेक्स करना या वह सेक्स प्लान कर रही है तो सोसाइटी क्यों लड़कों से ही एक्सपेक्ट करती है की वह कंडोम खरीद कर लेकर आएं? जब एक लड़की की शादी होती है तब समाज केवल दहेज ही नहीं बल्कि चाहता है की वह लड़की शुद्धि भी हो। प्योर का मतलब क्या है प्रत्येक महिला चाहे वह वर्जन हो या ना हो वह प्योर ही होती है समाज को कुछ बातों को नॉर्मल और एक्सेप्ट करना चाहिए। आइए बात करते हैं की क्यों समाज कंडोम खरीदने वाली महिला को एक अलग नजर से देखता है।

सेफ सेक्स करना दोनों पार्टनर की जिम्मेदारी है

कुछ लोगों के हिसाब से देखा जाए तो यह एक बड़ा आर्ग्यूमंट का विषय नहीं है। उन्हें लगता है की कंडोम खरीदना केवल एक पुरुष का काम होता है। लेकिन क्या महिला को अपनी सेफ्टी का अधिकार नहीं है? क्या वह खुद निर्णय नहीं कर सकती की उसके लिए क्या सही और क्या गलत है? महिला यदि चाहे तो वह कभी भी सेक्स के लिए मना कर सकती है। हर बार सेक्स से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए केवल महिलाएं ही पिल्स नहीं खाएगी। इसके लिए यदि वह कंडोम खरीदती है तो यह कोई बड़ी बात नहीं है।

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टीनएजर्स को सेक्स की एजुकेशन होना जरूरी है

केवल किसी लड़के के कन्धों पर ही क्यों कंडोम खरीदने का चार्ज हो? यदि कोई महिला को कंडोम खरीदना है तो यह उसके लिए शर्म की बात है! कई महिला खुद ही मानती हैं की उन्हें कंडोम खरीदते हुए शर्म आती है, लेकिन ऐसा क्यों होता है? क्योंकि वह समझती हैं की यह सिर्फ पुरुषों का काम है? 

सेक्स एजुकेशन की समझ होना दोनों लड़की और लड़के का अधिकार है। इसकी समझ ना होने के कारण कई बार लड़कियों को पता ही नहीं होता की वह सेफ सेक्स कर रही है या नहीं। इसलिए यह जरूरी है की उन्हें सेक्स से होने वाली बीमारियों के लिए बताया जाए और समझाया जाए।

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