Teach Kids These House Rules To Live By: बच्चों को सही परवरिश देना बहुत जरूरी है। हमारे आसपास ऐसे बहुत सारे बच्चे होते हैं जिनकी आदत बिल्कुल भी अच्छी नहीं होती है। जब वे घर पर होते हैं तो अपनी मदर का काम ज्यादा बढ़ा देते हैं। हमारे समाज में बच्चों को जल्दी इंडिपेंडेंट बनाने की कोशिश नहीं की जाती है बल्कि उनके काम माता-पिता ही करते हैं लेकिन यह बच्चों को बड़ा करने का बिल्कुल गलत तरीका है। बच्चे की उम्र के हिसाब से उसे काम जरुर देना चाहिए ताकि वे धीरे-धीरे खुद के ऊपर निर्भर हो सके। इससे माता-पिता का भी बोझ बहुत ज्यादा हल्का हो जाता है। चलिए जानते हैं ऐसी कौन सी आदते हैं जो बच्चों को घर पर जरूर सिखानी चाहिए-
घर पर बच्चों को जरूर सिखाएं ये जरूरी बातें
आसपास की सफाई करना
जब बच्चे स्कूल का कोई प्रोजेक्ट करते हैं, घर पर खेलते हैं या फिर कुछ खाना-पीना खाते हैं तो आसपास की स्पेस गंदी हो जाती है। ऐसे में बच्चों को सिखाना बहुत जरूरी है कि अगर उनसे कोई चीज खराब हो गई है या फिर उनके आसपास गंदगी है तो उन्हें जरूर उसे साफ करना चाहिए। यह बहुत अच्छी आदत है। इसे आपका काम भी बहुत कम होगा और बच्चे एक अच्छी आदत सीखेंगे कि कैसे हमें अपने आसपास को साफ रखना है।
किसी भी चीज को लेने से पहले पूछना
कुछ बच्चों को ऐसी आदत होती है कि वह किसी चीज को उठा लेते हैं और कई बार उनसे खराब हो जाती है या फिर टूट जाती है। यह बहुत गंदी आदत है और मां-बाप को इस आदत के ऊपर जरूर ध्यान देना चाहिए कि अगर कोई चीज बच्चे की नहीं है तो उन्हें उसे उठाना नहीं चाहिए क्योंकि यह बहुत गलत आदत है। उन्हें दूसरो का समान लेने से पहले उनसे जरूर पूछना चाहिए और बिना इजाजत से किसी भी चीज को उठाना नहीं चाहिए।
चीज को वापिस जगह पर रखना
यह आदत बड़े लोगों को भी बहुत होती है कि जब हम किसी जगह से चीज उठाते हैं तो वापस नहीं रखते हैं। इससे हमारी बहुत सारी चीजें खराब हो जाती है या फिर हमें वापस मिलती ही नहीं है। बच्चों को छोटी उम्र से ही ऐसे सिखाना शुरू करें। अगर हम कहीं पर से चीज उठा रहे हैं तो उसे वापस उसी जगह पर जरूर रखना चाहिए। इससे हमारे आसपास ज्यादा गंदगी भी नहीं पड़ती है और घर भी ऑर्गेनाइज्ड रहता है।
गलती स्वीकार करना
बहुत सारे बच्चों को ऐसी आदत होती है कि वे गलती होने पर मानते नहीं है बल्कि अपना दोष दूसरों के ऊपर डाल देते हैं। यही आदत बड़े होकर उनके साथ रहती है जिस कारण वह रिश्ते में भी दूसरों को नुकसान पहुंचाते हैं लेकिन मानते नहीं है और हमेशा खुद को ही सही दिखाने की कोशिश करते हैं। यह आदत बहुत गलत है। बच्चे को छोटी उम्र से बताना चाहिए कि गलती होने पर जरूर स्वीकार करें क्योंकि हमें अपने एक्शंस की जिम्मेदारी खुद ही उठानी चाहिए।
बातचीत करना
बच्चों को दूसरे के साथ बातचीत करना जरूर सिखाएं। बहुत सारे लोग जब दूसरों से बात करते हैं तो उनके साथ आँख मिलाकर बात नहीं करते हैं या फिर फोन में लगे रहते हैं। यह दूसरे की बेइज्जती है। इसके बारे में हमें आज के समय में बात करने की बहुत जरूरत है। किसी के साथ बात करते समय हमें उसकी तरफ जरूर देखना चाहिए और उसके साथ प्यार से पेश आना चाहिए। अपना गुस्सा किसी दूसरे पर नहीं निकालना चाहिए।