Effect Of Sexual Assualt On Kids: जब बचपन में लोगों के साथ सेक्सुअल एसॉल्ट होता है तो अक्सर उनके दिमाग पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। बचपन में इन बातों का पता नहीं चला सिर्फ थोड़े बिहेवियर में चेंज आते हैं पर बड़े होने के बाद ऐसा लगता है कि शायद हम उस ट्रॉमा को भूल चुके हैं। लेकिन फिर भी वह हमारे मस्तिष्क में कहीं ना कहीं बना रहता है। आईए जानते हैं कि बच्चों पर होने वाले सेक्सुअल एसॉल्ट का उनके फ्यूचर पर क्या करना पड़ता है।
Sexual Assualt के बाद बच्चों के फ्यूचर में क्या बदलाव आ जाते हैं?
सेक्सुअल रिलेशनशिप में आती है प्रॉब्लम
अक्सर जिन लोगों के साथ बचपन में सेक्सुअल एसॉल्ट हुआ हो उन्हें बड़े होने के बाद किसी भी सेक्सुअल रिलेशनशिप को बनाने में प्रॉब्लम होती है। यदि उनके पार्टनर के साथ इमोशनल रिलेशनशिप रहते हैं तो उसके बावजूद भी सेक्सुअल रिलेशनशिप में रुकावट आती है और यह हेल्दी नहीं रह पाता।
ट्रस्ट इशू
जब किसी एक व्यक्ति के द्वारा आपके साथ इतना बड़ा बर्ताव किया जाता है तो आपको लगता है कि शायद सभी कहीं ना कहीं बुरे हैं। ऐसा होने पर लोगों पर सिर्फ धीरे-धीरे ट्रस्ट हट जाता है। जो कि किसी भी रिलेशनशिप को बनाने में एक प्रॉब्लम खड़ी करता है।
Mean World Syndrome
हालांकि में वर्ल्ड सिंड्रोम टीवी के बहुत अधिक कंजप्शन से होता है पर कुछ ऐसा ही सेक्सुअल एसॉल्ट के पीड़ितों पर भी देखा जाता है क्योंकि अक्सर ऐसे लोगों को सिर्फ एक व्यक्ति के कारण पूरी दुनिया में बुराई नजर आने लग जाती है।
अकेलापन
जब किसी व्यक्ति पर सेक्सुअल एसॉल्ट का प्रभाव रहता है तो उसे हमेशा अकेले रहना ही पसंद होता है। वह किसी रिलेशनशिप में जाना पसंद नहीं करते। साथ ही वह बहुत सारे लोगों के साथ उठना बैठना और बात करना भी पसंद नहीं करते।
डिप्रेशन
अकेलेपन और ट्रस्ट इशू के कारण अक्सर लोग डिप्रेशन में जा सकते हैं। कई बार ऐसा होता है कि यह सेक्सुअल एसॉल्ट का ट्रॉमा बचपन में हुआ हो पर इसका असर बड़े होने के बाद दिखाई दे सकता है। क्योंकि आपका मस्तिष्क कहीं ना कहीं उन बातों की एक मेमोरी बनाकर रखा होता है जिस ट्रॉमा से आप बाहर नहीं आ पाए।