Menopause & Sex: 40 साल की उम्र के बाद महिलाएं अपने जीवन के एक नए पड़ाव में प्रवेश होती है। इस पड़ाव में उन्हें मेनोपॉज से गुजरना पड़ता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें महिलाओं के पीरियड आने बंद हो जाते हैं जब उन्हें लगातार 12 महीने तक पीरियड्स नहीं आते हैं। 50 के उम्र के आसपास महिलाएं 'मेनोपॉज' का अनुभव करती है। मेनोपॉज की तीन पड़ाव हैं- पेरिमेनोपॉज, मेनोपॉज और पोस्ट मेनोपॉज। जब महिला पेरिमेनोपॉज से मेनोपॉज की तरफ बढ़ती है, उस दौरान बहुत सारे हार्मोनल बदलाव होते हैं जिसका असर उनकी सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है। आज हम जानेंगे कि कैसे महिलाएं इस सफर में अपनी सेक्स लाइफ को बढ़िया बना सकती है।
मेनोपॉज की तरफ बढ़ते हुए सेक्स कैसे इंजॉय करें
अपनी इच्छाओं को फिर से जगाए
इस पड़ाव में अपनी इच्छाओं को फिर से जगाना बहुत जरूरी है क्योंकि हार्मोनल लेवल और संतुलन होने के कारण लिबिडो में कमी आ जाती है। जिसके कारण आपकी सेक्सुअल लाइफ प्रभावित होती है। इसके लिए आप अपने आसपास ऐसा पैदा माहौल करें। अपनी फैंटसीस को पहचानें। अपने आप के साथ समय बताएं कि आपको क्या चाहिए और क्या नहीं। इसके साथ आप एक अच्छी सी लिंगरी भी खरीद सकते हैं। अपने erogenous जॉन को पहचाने। पार्टनर के साथ डेट प्लान करें।
लुब्रिकेशन
हमारे वजाइना में फ्लूइड की एक थिन लेयर होती है जो उसे लुब्रिकेट रखती है। जब एस्ट्रोजन हारमोंस का स्तर गिरता है तब वजाइना में नमी की कमी आ जाती है। वजाइनल ड्राइनेस मेनोपॉज के दौरान आम लक्षण है जो आपके यौन अनुभव को दर्दनाक बन सकता है। जिस कारण बहुत सारे कपल सेक्स अवॉयड कर देते हैं। इसलिए लुब्रिकेशन का इस्तेमाल करें। हमेशा वॉटर बेस्ड लुब्रिकेशन का ही इस्तेमाल करें ,वैसलीन आदि को अवॉइड ही करें। यह वजाइना को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसके साथ ही आप वजाइनल थेरेपी के बारे में भी सोच सकते हैं।
मास्टरबेशन
मास्टरबेशन इस समय में आपकी दोस्त हो सकती है। इसमें बिल्कुल भी कोई शेम और स्टिग्मा नहीं होना चाहिए। इस उम्र में भी आप अपनी सेक्सुअल लाइफ को बेहतर बना सकते हैं जिसके लिए 'मास्टरबेशन' भी एक अच्छा ऑप्शन है। ऐसे समय में बॉडी को रिडिस्कवर करने की जरूरत होती है। यह आपकी वजाइना की 'इलास्टिसिटी' को बनाए रखेगा और लुब्रिकेशन पर भी काम करेगा। मास्टरबेशन के अनुभव को बढ़िया बनाने के लिए आप अलग-अलग सेक्स टॉयज और टेक्निक्स और का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पार्टनर के साथ बातचीत
सेक्सुअल रिलेशन में पार्टनर के साथ बातचीत बहुत जरूरी है। यह नॉनवर्बल और वर्बल दोनों में हो सकती है। आप क्या चाहते हैं, आपकी ज़रूरतें क्या है, आपको क्या अच्छा लगता है और क्या नहीं। इन सब के बारे में अपने पार्टनर को बताना बहुत जरूरी है। अगर आप किसी और समस्या से गुजर रहे हैं आपको इसके बारे में भी पार्टनर से बात करनी चाहिए। ऐसा मत सोचो कि आपका पार्टनर खुद जान लेगा। उसके साथ आपको बात करनी पड़ेगी। इससे आपके सेक्सुअल रिलेशनशिप में मिठास आ सकती है।
समय लग सकता है
इस उम्र में पहुंचकर बहुत सारी चीजों में बदलाव आने लगते हैं चाहे वह शारीरिक हो और मानसिक। जिसका असर आपकी सेक्सुअल लाइफ पर भी पड़ता है। महिलाओं की बात की जाए तो मेनोपॉज के कारण उनके हार्मोनल बदलाव आते हैं जिसके कारण लिबिडो में कमी होती है। जिस कारण आर्गनिज्म होने में समय लग सकता है। इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। आपको अपना समय लेने की जरूरत है। इसके साथ ही कुछ लाइफस्टाइल बदलाव भी कर सकते हैं। आप खुद को भी एक्सप्लोर कीजिए।