How To Overcome Self Doubt: प्रेगनेंसी के बाद अक्सर महिलाओं में सेल्फ डाउट बहुत ज्यादा होता है। पोस्टपार्टम के हार्मोनल चेंज के कारण भी बिहेवियर और मूड में बहुत अधिक चेंज होता है। खुद के बॉडी में होने वाले बदलाव को महिलाएं जल्दी एक्सेप्ट नहीं कर पाती। आइए इस के बारे में थोड़ी चर्चा करते हैं।
क्या प्रेगनेंसी के बाद सेल्फ डाउट होने लगता है?
अक्सर प्रेगनेंसी के बाद महिलाओं की बॉडी बदल जाती है। जिसमें की स्ट्रेच मार्क्स होना वेट बढ़ाना और बॉडी में बहुत सारे चेंज होते हैं। जिसके कारण अक्सर महिलाओं में सेल्फ डाउट होने लग जाता है और उनका कॉन्फिडेंस धीरे-धीरे कम होने लग जाता है।
सेल्फ डाउट क्यों होता है?
- प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाएं जब खुद को दूसरों से कंपेयर करती हैं या फिर वह यह सोचती है कि प्रेगनेंसी से पहले उनकी बॉडी कैसी थी और अब उनकी बॉडी कैसी है? तो वह उन्हें काफी ज्यादा अफेक्ट करता है।
- प्रेगनेंसी के दौरान और पोस्टपोर्टम में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण भी कई बार या फीलिंग आ सकती है। ऐसे में कई बार इंसान बहुत ज्यादा उदास और नेगेटिव सोचने लग जाता है।
- पोस्टपार्टम के दौरान अक्सर महिलाओं को सपोर्ट की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। यह सपोर्ट ना मिलने पर भी महिलाओं को सेल्फ डाउट होने लग जाता है और उन्हें ऐसा लगता है कि उनकी जिंदगी में अब केवल और केवल जिम्मेदारियां ही रह गई हैं।
- पोस्टपार्टम के दौरान बच्चों की केयर के चलते अक्सर महिलाएं खुद की केयर करना भूल जाती है। इस कारण से कई बार उन्हें अपनी जिंदगी में अकेलापन महसूस होता है और खुद के लिए जीने की इच्छा भी कम होने लग जाती है।
सेल्फ डाउट को कैसे कम कर सकते हैं?
अपनी डेली रूटीन में कुछ आदतों को अपने से सेल्फ डाउट कम किया जा सकता है। जैसे खुद का ख्याल रखें, जिम्मेदारियां के दबाव के कारण खुद को बिल्कुल भी ना भूले, खुद को एक्सेप्ट करें और यदि आपको फिट रहना पसंद है तो एक्सरसाइज करें। यह आपका कॉन्फिडेंस को बढ़ाता है। साथ ही हेल्थ के लिए भी बहुत अच्छा होता है।