Midlife Tips: उम्र के हिसाब से खुद की आदतों में बदलाव करना बहुत जरूरी है क्योंकि यह अपने साथ बहुत सारे बदलाव लेकर आती है। अगर हम उन बदलावों के साथ सही तरीके से डील करेंगे तो उम्र का हमारे ऊपर इतना फर्क नहीं दिखेगा। इससे हम खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से तंदुरुस्त रख पाएंगे। महिलाओं में 40 की उम्र में बहुत सारे बदलाव आते हैं और कई बार उन बदलावों के साथ कॉप करना बहुत कठिन हो जाता है क्योंकि महिलाओं को कुछ समझ ही नहीं आता है कि उनके साथ क्या हो रहा है। इसका एक कारण उनके पास जानकारी की कमी होना भी है। आईए जानते हैं कि 40 के बाद महिलाओं को अपनी आदतों या लाइफस्टाइल में क्या बदलाव करनी चाहिए-
40 के बाद महिलाओं को क्या बदलाव करने चाहिए
संतुलन आहार
40 की उम्र के बाद महिलाओं को स्वस्थ आहार भी जरूर खाना चाहिए। अपनी डाइट में सभी पोषक तत्वों को शामिल करना बहुत जरूरी है क्योंकि आपकी बॉडी बहुत सारे बदलावों से गुजरती है जिसमें मेनोपॉज भी एक है। इस दौरान मूड स्विंग्स हॉट फ्लैशेस होना भी आम है।महिलाओं को अपने दिन की शुरुआत एक हेल्दी ब्रेकफास्ट से करनी चाहिए।
एक्सरसाइज
एक्सरसाइज करना भी बहुत जरूरी है। इससे आपकी कैलोरीज बर्न होने लग जाएगी क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ मेटाबॉलिज्म भी स्लो होने लगता है। इस कारण आपकी फैट कम बर्न होती है। इसलिए एक्सरसाइज को अपनी रूटीन में शामिल करना जरूरी बन जाता है। इससे आपकी मांसपेशियां और हड्डियां भी स्ट्रांग बनेगी।
हाइड्रेशन
इस उम्र में कई बार प्यास भी कम लगती है लेकिन हाइड्रेशन का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है।इसलिए आप खूब सारा पानी पिए यह आपके पाचन शक्ति और स्किन को फायदा देगा। इससे आप एनर्जेटिक भी फील करेंगे।
बोन हेल्थ
40 की उम्र के बाद हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं। इसलिए आप डाइट का ध्यान जरूर रखें। इसके लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियों को खाने में जरूर शामिल करें जिससे आपको जरूरी विटामिन और कैल्सियम मिलेंगे। प्रोटीन का भी सेवन करना शुरू कर दे। इसके साथ ही स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी आपकी रूटीन में शामिल होनी चाहिए जैसे कार्डियो, अरेबिक, जॉगिंग या फिर योग इससे भी आपकी हड्डियां मजबूत होगी।
खुद के लिए भी समय
खुद के लिए भी समय निकालना बहुत जरूरी है।आपको अपने लाइफस्टाइल में और 40 के बाद बदलाव जरूर करनी चाहिए क्योंकि इस समय आपको अपनी सेहत के ऊपर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। शरीर बहुत सारे बदलाव में से गुजर रहा होता है। उन बदलावों को पहचान और उनके ऊपर काम करना बहुत जरूरी है। इसलिए सेल्फ केयर ऐसे समय में बहुत जरूरी बन जाता है।