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मेन्टल हेल्थ इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चाओं में सबसे आगे है। यह अच्छा है कि हम इस मुद्दे के बारे में बात कर रहे हैं जो लंबे समय से हमारी सोसाइटी में एक टैबू था, लेकिन अब इसके आगे क्या? क्या हम हमारे आस पास किसी इंसान के साथ होने वाली एक मेन्टल हेल्थ प्रॉब्लम से निपटने के लिए तैयार हैं ? क्या होगा अगर हमारे प्रियजन के पास आगे आने वाली बाधाएं यह बताती हो कि वे डिप्रेशन, स्ट्रेस, बाइपोलर डिसऑर्डर आदि से निपट रहे हैं?
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अब हर कोई डिप्रेशन के बारे में बात कर रहा है, लेकिन कोई यह नहीं जानता है कि कैसे पहचानें कि क्या आपका प्रिय वास्तव में चुपचाप डिप्रेशन से निपट रहा है। ऐसे कौन से संकेत हैं जिन्हें हम समय पर देख सकते हैं और समय पर ठीक कर सकते हैं?
और पढ़िए : क्या आपके आस पास कोई डिप्रेस्ड है ? जानिए डिप्रेशन के 7 लक्षण
काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट सानिया बेदी, SheThePeople.TV को बताती हैं, “किसी के लिए प्रॉपर ट्रेनिंग के बिना डिप्रेशन का डायग्नोसिस करना सही नहीं हो सकता है। हालांकि, कुछ संकेत हैं जो ध्यान में रखने के लिए चेकलिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं।
डिप्रेशन के बारे में जानने के कुछ संकेत:
डिप्रेशन की समस्या आज बेहद आम है। WHO आगाह कर चुका है कि 2020 में डिप्रेशन दुनिया की दूसरी बड़ी बीमारी बन जाएगी।समय पर किसी मेन्टल हेल्थ प्रोफेशनल से इलाज करवाना ही सही कदम होता है.
और पढ़िए : नींद ना आने की समस्या ? जानिए कुछ जरूरी टिप्स
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अब हर कोई डिप्रेशन के बारे में बात कर रहा है, लेकिन कोई यह नहीं जानता है कि कैसे पहचानें कि क्या आपका प्रिय वास्तव में चुपचाप डिप्रेशन से निपट रहा है। ऐसे कौन से संकेत हैं जिन्हें हम समय पर देख सकते हैं और समय पर ठीक कर सकते हैं?
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काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट सानिया बेदी, SheThePeople.TV को बताती हैं, “किसी के लिए प्रॉपर ट्रेनिंग के बिना डिप्रेशन का डायग्नोसिस करना सही नहीं हो सकता है। हालांकि, कुछ संकेत हैं जो ध्यान में रखने के लिए चेकलिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं।
डिप्रेशन के बारे में जानने के कुछ संकेत:
- थकान महसूस होना, एनर्जी में कमी, कम भूख लगना या भूख ना लगना, नींद के पैटर्न में बदलाव आदि।
- विचार: खुद के, दूसरों और दुनिया के बारे में नेगेटिव सोच रखना।
- भावनाएँ: होपलेसनेस, हेल्पलेसनेस, वर्थलेसनेस , मूड चेंज होना ।
- व्यवहार: डेली एक्टिविटीज में इंटरेस्ट की कमी, कंसंट्रेशन की कमी
डिप्रेशन की समस्या आज बेहद आम है। WHO आगाह कर चुका है कि 2020 में डिप्रेशन दुनिया की दूसरी बड़ी बीमारी बन जाएगी।समय पर किसी मेन्टल हेल्थ प्रोफेशनल से इलाज करवाना ही सही कदम होता है.
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