Myth And Fact About Menstrual Cup: मेंस्ट्रुअल कप एक मासिक धर्म हाईगीन प्रोडक्ट है जिसे मासिक धर्म के दौरान वजाइना में डाला जाता है। यह पीरियड्स के ब्लीडिंग को एकत्र करने का काम करता है। मेंस्ट्रुअल कप आमतौर पर लचीले मेडिकल ग्रेड सिलिकॉन, लेटेक्स या थर्मोप्लास्टिक आइसोमर से बने होते हैं। वे एक घंटी के आकार के होते हैं। मेंस्ट्रुअल कप को लेकर कई मिथक और गलतफहमियां हैं। यहां मिथक और उससे जुड़ी फैक्ट के बारे में बताते है। मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग करना एक सुरक्षित और अच्छी चॉइस हो सकती है, लेकिन कप के निर्माता द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना और उनका उपयोग करते समय अच्छी स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
मेंस्ट्रुअल कप के मिथक और फैक्ट क्या हैं?
मिथक 1: मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल बांझपन का कारण बन सकता है
फैक्ट: इस बात का प्रूफ अभी तक किसी ने नही किया है कि मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल बांझपन का कारण बन सकता है। मेंस्ट्रुअल कप मेडिकल-ग्रेड सिलिकॉन, लेटेक्स या रबर से बने होते हैं, जो सेफ हैं। जब तक कप का सही ढंग से उपयोग किया जाता है और ठीक से साफ किया जाता है, तब तक यह फ़र्टिलिटी या रीप्रोडक्शन एरिया के लिए खतरा पैदा नहीं करता है।
मिथक 2: मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करने से यह शरीर के अंदर फंस सकते हैं या खो सकते हैं
फैक्ट: मेंस्ट्रुअल कप शरीर के अंदर नहीं जा सकते। वजाइन का स्ट्रक्चर स्ट्रेचेबल होता है, इसलिए वह उतना ही स्ट्रेच होता जितना कि मेंस्ट्रुअल कप को इंसर्ट किया जाए। कप को सही ढंग से डालें और निकालें और गाइडलाइन का पालन करें, इससे मेंस्ट्रुअल कप के फंसने की संभावना नहीं होती है। यदि आपको मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
मिथक 3: मेंस्ट्रुअल कप लीक होते हैं
फैक्ट: जब सही ढंग से उपयोग किया जाता है, तो मेंस्ट्रुअल कप वजाइना को सील कर देता हैं, जिससे लीक नही होता है। यह जरूरी है कि मेंस्ट्रुअल कप को ठीक से इतेमाल किया जाए और यह पूरी तरह से वजाइना में खुल जाए ताकि लीक ना हो। हालांकि कप को सही ढंग से वजाइना में लगाना कुछ समय लग सकता है सीखने में, लेकिन एक बार जब आपको सही तरीका पता हो जाए कैसे लगाते हैं तो लीक होने का खतरा नही होता है। काफी लोगो का मानना है कि पीरियड के दौरान पैड या टैम्पोन से बेहतर मेंस्ट्रुअल कप है इसमें लीक होने का खतरा नही रहता है।
मिथक4: मेंस्ट्रुअल कप सिर्फ़ कुछ प्रकार के शरीरों के लिए हैं
फैक्ट: ऐसा नही है कि मेंस्ट्रुअल कप सिर्फ़ कुछ प्रकार के शरीरों के लिए बना है। यह हर उम्र के शरीर के लिए बना है। बस जो इस चीज़ से कम्फर्टेबल होते हैं वे इस मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करते हैं वरना नही करते हैं। सही साइज के कप को चुनना बहुत जरूरी है पर इन सारी चीजों का ख्याल रख कर चुनें जैसे- कि एक के उम्र के हिसाब से कप चुने या फिर बच्चे के जन्म के बाद अपनी वजाइना के साइज के हिसाब से चुने या फिर पेल्विक फ्लोर की ताकत के आधार पर सही आकार का कप चुनें। निर्माता के दिए गए गाइड्लाइन को जरूर फ़ॉलो करें यह आपके लिए कप चुनने में मदद कर सकता है।
मिथक5: मासिक धर्म कप अस्वच्छ होते हैं और संक्रमण का कारण बन सकते हैं
फैक्ट: मेंस्ट्रुअल कप सही तरीके से उपयोग भी किया जाता है और इसे साफ भी किया जाता है, तो यह उपयोग करने के लिए स्वच्छ और सुरक्षित है। यह मेडिकल-ग्रेड सिलिकॉन पदार्थों से बने होते हैं जिन्हें आसानी से निकाला जा सकता है। कप को अंदर डालने या निकालने से पहले अपने हाथ को जरूर धोएं और उपयोग के बाद कप को हल्के बिना खुशबू वाले साबुन और पानी से साफ जरूर करें। यह बहुत जरूरी है कि मेंस्ट्रुअल कप को अच्छी तरह से कुछ मिनट तक उबालें जिससे जब रीयूज करे तब संक्रमण का खतरा ना बने।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।