Myths Related To Women Health: हम एक ऐसा जीवन जी रहे हैं जहां ना जाने कितनी ही अवधारणाएं बन चुकी हैं। अवधारणाएं इतनी ज्यादा फैल चुकी है कि अब कुछ लोग इन अवधारणाओं को ही सच मान बैठे हैं। हमारी बॉडी और हमारी जीवनशैली से जुड़ी पता नहीं कितनी ही अवधारणा आज समाज में फैली हुई है। जरूरी यह है कि हम इन अवधारणाओं को सच न माने और असली सच को ढूंढें। आइए समझते हैं इन अवधारणाओं के पीछे की सच्चाई इस ब्लॉग के जरिए
फीमेल बॉडी से जुड़ी ऐसी अवधारणा शायद आप भी सच मानती हैं
1.ब्रा पहनने से होता है ब्रेस्ट कैंसर
यह एक ऐसी अवधारणा है जो बहुत समय से प्रचलित चली आ रही है। परंतु हम यह बताना चाहेंगे कि कोई भी साइंटिफिक रिसर्च (Scientific Research) इस बात की पुष्टि नहीं करता है।
2.दिल से संबंधित बीमारियों की ना करें चिंता
अक्सर ऐसा देखा गया है कि दिल से जुड़े सभी रोग पुरुषों में पाए जाते हैं परंतु इसका यह मतलब नहीं है कि महिलाओं में ऐसे रोग नहीं हो सकते। हमें अपनी सेहत और अपने दिल का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए ताकि हमें किसी भी प्रकार का इशु ना देखना पड़े।
3.क्रैनबेरी जूस से नहीं होता यूटीआई
यह एक ऐसी अवधारणा है जो आज के समय में बहुत प्रचलित है। क्रैनबेरी जूस सेहत के लिए बहुत फायदेमंद रहता है परंतु इसमें इतनी क्षमता नहीं है कि केवल इसके प्रयोग से UTI को रोका जा सके। उसके लिए आपको डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत रहेगी।
4.35 के बाद नहीं हो सकते प्रेग्नेंट
महिलाओं में यह डर भी रहता है कि 35 वर्ष के बाद वह बच्चा पैदा नहीं कर सकते परंतु यह बिल्कुल गलत है। रिपोर्ट तब भी है की 35 वर्ष की उम्र के बाद महिलाओं में फर्टिलिटी कम हो जाती है परंतु वे तब भी बच्चा कंसीव कर सकती हैं।
5.आप पीरियड्स में प्रेग्नेंट नहीं हो सकते
यह धारणा बहुत समय से चली आ रही है कि महिलाएं Periods के समय में प्रेग्नेंट नहीं हो सकती। परंतु यह बिल्कुल गलत है, स्पर्म कुछ समय बाद ओवुलेशन के समय के साथ फ़र्टिलाइज़ हो सकता है और ऐसे में प्रेग्नेंट होने के चांसेस बन जाते हैं। इसके होने के चांसेस तो कम है परंतु यह इंपॉसिबल नहीं है।